- फैक्ट फाइंडिंग कमेटी की सिफारिश पर वीसी ने जारी किया आदेश

- 5 सदस्यीय कमेटी का गठन, कमेटी तीन सप्ताह में पूरा करेगी प्रक्रिया

LUCKNOW: लखनऊ यूनिवर्सिटी में पीजी कोर्सेज में एडमिशन के लिए कराई गई एंट्रेंस एग्जाम की प्रक्रिया कैंसिल कर दी गई है। वीसी ने फैक्ट फाइंडिंग कमेटी की सिफारिश पर यह कार्रवाई की है। हालांकि इस पूरे प्रकरण में लापरवाही करने वाले एडमिशन सेल के अधिकारियों पर अभी कोई एक्शन नहीं लिया गया है। अब नए सिरे से दोबारा पीजी की ओएमआर शीट का मूल्यांकन कराकर नई मेरिट तैयार की जाएगी और इसके बाद एडमिशन प्रक्रिया पूरी की जाएगी। इस संबंध में वीसी प्रो। आलोक कुमार राय ने पांच सदस्यीय कमेटी का गठन किया है।

मूल्यांकन में हुई थी गड़बड़ी

ज्ञात हो कि एलयू के पीजी कोर्सेज के एंट्रेंस एग्जाम की ओएमआर शीट के मूल्यांकन में एडमिशन सेल के अधिकारियों से भारी चूक हुई है। जिसका खुलासा फैक्ट फाइंडिंग कमेटी की रिपोर्ट में हुआ है। कमेटी की सिफारिशों के बाद वीसी ने पांच सदस्यीय कमेटी का गठन किया है।

नए सिरे से होगा मूल्यांकन

यूनिवर्सिटी के प्रवक्ता प्रो। दुर्गेश श्रीवास्तव ने बताया कि वीसी द्वारा गठित कमेटी में हिंदी डिपार्टमेंट के प्रो। पवन अग्रवाल, प्रो। राजीव मनोहर, प्रो। आनंद विश्वकर्मा, डॉ। अनित्य गौरव और डॉ। जॉय सरकार को शामिल किया गया है। यह कमेटी पीजी के सभी कोर्सेज की नई आंसर की तैयार कर सभी ओएमआर का मूल्यांकन कराएगी। जिसके बाद नए सिरे से मेरिट लिस्ट तैयार की जाएगी। इस प्रक्रिया को पूरा करने के लिए वीसी ने तीन सप्ताह का समय दिया है।

सिफारिशों को माना

वीसी ने इस मामले में प्रो। डीएनएस यादव की अध्यक्षता में गठित फैक्ट फाइंडिंग कमेटी की सिफारिशों को मान लिया है। ज्ञात हो कि कमेटी ने पीजी के सभी कोर्सेज में गलत तरीके से मूल्यांकन कराने का आशंका व्यक्त की है। जिसके बाद वीसी ने पीजी एंट्रेंस एग्जाम के मूल्यांकन की पूरी प्रक्रिया को नए सिरे से कराने का ऑर्डर दिया है।

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गलत आंसर की से जांची ओएमआर शीट

फैक्ट फाइंडिंग कमेटी ने वीसी को सौंपी रिपोर्ट में कहा है कि एंट्रेंस एग्जाम कराने के लिए पेपर के कई सेट बनाए गए थे और सबकी अलग-अलग आंसर की थी। जब ओएमआर शीट का मूल्याकंन किया गया तो सेट सीरीज ए से सेट सीरीज सी की ओएमआर चेक की गई। जब एडमिशन सेल से जुड़े अधिकारियों को इसका पता लगा तो उन्होंने दोबारा से सही सेट सीरीज से ओएमआर का मूल्यांकन कराया। जिसमें लॉ, एमएससी बॉटनी, जूलॉजी, मैथ्स की पहले जारी की गई मेरिट में बदलाव हो गया। सूत्रों का कहना है कि कमेटी ने पाया कि गलत मूल्यांकन होने के बाद भी फेल स्टूडेंट्स की मेरिट बना दी गई।

कोट

वीसी के आदेश पर पांच सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है जो तीन सप्ताह में नए सिरे से सभी कोर्सो की नई आंसर की तैयार कर ओएमआर से मूल्यांकन करेगी। इसके बाद मेरिट तैयार की जाएगी।

डॉ। दुर्गेश श्रीवास्तव, प्रवक्ता, एलयू