- स्टूडेंट्स ने धांधली का आरोप लगाकर एडमिशन कोऑर्डिनेटर को बर्खास्त करने की मांग की

LUCKNOW:

लखनऊ यूनिवर्सिटी में पीजी एंट्रेंस एग्जाम की मेरिट सूची में हुई गड़बड़ी का मामला शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। पीजी एंट्रेंस एग्जाम की संशोधित सूची को लेकर गुरुवार सुबह स्टूडेंट्स ने प्रदर्शन शुरू किया। स्टूडेंट्स ने जांच किए बिना पुरानी लिस्ट डालने व धांधली करने का आरोप एलयू प्रशासन पर लगाया। हंगामे की सूचना मिलते ही कैंपस में पुलिस बल तैनात हो गया। पुलिस ने स्टूडेंट्स को समझाने की कोशिश की लेकिन वे एंट्रेंस एग्जाम समन्वयक को बर्खास्त करने की मांग पर अड़े रहे। माहौल गरमाया तो दोपहर 12 बजे तक यूनिवर्सिटी छावनी में तब्दील हो गई। पुलिस ने बल प्रयोग करते हुए प्रदर्शन कर रहे छात्रों को गिरफ्तार कर लिया।

नाराज हैं स्टूडेंट्स

बुधवार देर शाम पीजी एंट्रेंस एग्जाम की संशोधित मेरिट सूची जारी की गई थी लेकिन वो सूची संशोधित न होकर वही पुरानी सूची थी। इससे नाराज स्टूडेंट्स यूनिवर्सिटी के गेट नं 1 स्थित सरस्वती प्रतिमा के पास प्रदर्शन करने लगे। उनका आरोप था कि पीजी प्रवेश परीक्षा की पहली सूची में काफी गड़बड़ी थी। विरोध होने के बाद यूनिवर्सिटी ने तीन सदस्य कमेटी गठित कर मामले की जांच के आदेश दिए थे। इसके बाद यूनिवर्सिटी ने शताब्दी वर्ष समारोह का हवाला देकर उनसे शांति बनाए रखने की अपील की थी। बुधवार देर शाम यूनिवर्सिटी ने पोर्टल पर वही पुरानी सूची अपलोड कर दी। जिस पर आक्रोशित छात्र प्रवेश परीक्षा समन्वयक अनिल मिश्रा को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त किए जाने की मांग पर अड़ गए।

एंट्रेंस एग्जाम समन्यवक को बर्खास्त करें

प्रदर्शन कर रहे स्टूडेंट्स एडमिशन कोऑर्डिनेटर प्रो। अनिल मिश्रा को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त किए जाने की मांग कर रहे थे। उनका कहना है कि कई वर्षों से प्रो। अनिल मिश्रा एंट्रेंस एग्जाम व्यवस्थापक रहे हैं। पीजी एंट्रेंस एग्जाम की सूची में गड़बड़ी को देखते हुए उन पर कड़ी कार्रवाई की जाए।

ऐसा नहीं है, सूची को संशोधित करके अपलोड किया गया है, इसके बावजूद भी छात्रों को यदि कोई आपत्ति है तो अपनी लिखित शिकायत यूनिवर्सिटी प्रशासन को दे सकते हैं।

डॉ। दुर्गेश श्रीवास्तव, प्रवक्ता, एलयू