- लॉकडाउन के चलते आवारा जानवरों के सामने पेट भरना हुआ मुश्किल

- नगर निगम की ओर से डेली 7 से 8 हजार जानवरों को दिया जा रहा खाना

ड्डढ्डद्धद्बह्यद्धद्गद्मद्वद्बह्यद्धह्मड्ड@द्बठ्ठद्ग3ह्ल.ष्श्र.द्बठ्ठ

रुष्टयहृह्रङ्ख : मेरा नाम शेरू है। करीब 20 दिन पहले पेट भरने के लिए कोई परेशानी नहीं होती थी। लॉकडाउन होने के बाद हम जैसे बेजुबानों के सामने पेट भरने का संकट खड़ा हो गया था, जिसमें अब कुछ राहत मिलती दिख रही है। इसका श्रेय जाता है नगर निगम को। पहले जहां निगम की गाड़ी देखकर हम टेंशन में आ जाते थे, वहीं अब इसे देखते हैं तो खाना मिलने की उम्मीद बढ़ जाती है।

गाड़ी से कर्मचारी उतरकर हमें रोटी और बिस्कुट देता है और मुस्कुराता हुआ चला जाता है। बेजुबान होने के कारण हम उनका शुक्रिया तो नहीं कर सकते, लेकिन अपनी चिर परिचित आवाज में उनको सैल्यूट जरूर करते हैं।

काश, सभी समझें दर्द

लॉकडाउन से हर तरफ सन्नाटा है, जिससे जानवर भूखे हैं। निगम प्रशासन की ओर से इन्हें भोजन उपलब्ध कराने की दिशा में कदम बढ़ाए गए हैं, जिसका हम सबको साथ देना होगा, तभी इन बेजुबानों की भूख मिट सकेगी।

रोज बनवाते हैं 12 हजार रोटी

निगम प्रशासन की ओर से बेजुबान जानवरों के लिए डेली 12 हजार रोटियां बनवाकर उन्हें दी जाती हैं। रोटियों के साथ इन्हें बिस्कुट, दलिया, पेडिग्री भी दी जाती है। इन बेजुबानों को खाना देने के लिए निगम प्रशासन की ओर से गाडि़यां तो लगाई ही गई हैं, साथ ही कर्मचारियों की स्पेशल ड्यूटी भी लगाई गई है।

खुद कर रहे सहयोग

जानवरों को दी जाने वाली खाद्य सामग्री की व्यवस्था निगम प्रशासन अपने स्तर से करता है। इसके लिए निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों ने आपसी सहयोग से राशि जुटाई है। वहीं शहर के कई पशु प्रेमी भी खाद्य सामग्री उपलब्ध करा रहे हैं।

एनिमल सेंटर में पहुंचाई मदद

न्यू अमेठी में संचालित एक एनिमल शेल्टर में मौजूद जानवरों के लिए खाद्य सामग्री उपलब्ध नहीं हो पा रही थी, जिसके बाद सेंटर संचालक अनुराग मिश्रा ने निगम से मदद की गुहार लगाई। जिसके बाद नगर आयुक्त डॉ। इंद्रमणि त्रिपाठी, ज्वाइंट डायरेक्टर अर्बन लोकल बॉडी डॉ। अरविंद राव शनिवार शाम वहां गए और 6 बोरी चोकर, दो कुंतल दलिया, 50 किलो पेडीग्री एवं 4 कुंतल भूंसा उपलब्ध कराया।

बाक्स

डेली बेजुबानों को बंटता राशन

- 12 हजार रोटियां

- 4 बोरी पेडिग्री, एक बोरी 20 किलो की

- 3 कुंतल अर्थात 6 बोरी दलिया

- 7 से 9 पेटी बिस्कुट

यह भी जानें

7 से 8 हजार जानवरों को मिलता खाना

50 हजार से अधिक जानवरों को दिया गया भोजन

5 गाडि़यां लगीं भोजन वितरण में

20.25 कर्मचारियों की ड्यूटी

100 के करीब वालेंटियर्स भी जुड़े

बाक्स

तैयार किया रूट मैप

निगम प्रशासन की ओर से जानवरों को खाना देने के लिए हर गाड़ी का रूट मैप तैयार किया गया है। रूट मैप की मॉनीटरिंग सीनियर लेवल के अफसर करते हैं।

कोट

जानवरों के लिए खाने का प्रबंध किया गया है। प्रयास है कि कोई भी बेजुबान भूखा न रहे। हमारी टीमें रोज जानवरों को रोटी, बिस्कुट आदि वितरित कर रही है।

डॉ। इंद्रमणि त्रिपाठी, नगर आयुक्त

जानवरों के खाने की व्यवस्था के लिए एक्शन प्लान बनाकर कदम आगे बढ़ाए गए। डेली हजारों जानवरों को रोटी, दलिया, बिस्कुट आदि दिए जा रहे हैं। इस काम की मॉनीटरिंग भी हो रही है।

डॉ। अरविंद राव, ज्वाइंट डायरेक्टर, अर्बन लोकल बॉडी