- सातवें दिन भी गंदे पानी का जलभराव, प्रशासन ने मांगी मदद

- घरों में कैद मौलवीगंज के लोग, मशीन से निकाला जा रहा पानी

LUCKNOW: मौलवीगंज के रकाबगंज एरिया में सातवें दिन भी गंदे पानी के जलभराव से लोगों को राहत नहीं मिल सकी। लोग घरों से निकल नहीं पा रहे हैं, गंदगी के चलते बीमारी फैलने की आशंका बढ़ गई है। लगातार चार दिन से नगर निगम पानी निकासी और नाले सफाई में जुटा है, लेकिन हालात जस के तस हैं। जिला प्रशासन ने गुरुवार को आर्मी से संपर्क कर उनकी मदद मांगी है। शुक्रवार तक टीम निरीक्षण कर अपना काम शुरू कर सकती है।

जिंदगी ठप पड़ी

रकाबगंज एरिया में करीब पचास मकान में रहने वाले लोग सात दिन से अपने घरों में कैद हैं। गलियों में सीवर और नाले का पानी भरा है.गंदा पानी घरों में भर गया है, जिससे बीमारी की आशंका बढ़ गई है। कई बच्चे गंदगी के चलते बीमार हो गए हैं। इसके अलावा मस्जिद के आस-पास गंदे पानी के जल भराव से स्थानीय लोग नमाज तक पढ़ने नहीं जा पा रहे हैं।

नाला ओवरफ्लो होने से जल भराव

रकाबगंज में मेन नाला है, जो कि रोड से करीब 25 फीट नीचे है। नाला चोक होने के चलते नाले का गंदा पानी ओवरफ्लो हो गया और लोगों के घरों तक पहुंच गया। नाले के ओवर फ्लो होने के चलते लोगों का सीवर भी ओवर फ्लो हो गया है। इसी नाले में राजेन्द्र नगर से रॉ वाटर व‌र्क्स का यूज लेस रॉ वाटर की भी निकासी होती है। नाले के एक छोर पर सुरंग है। एरिया में कई चप्पल और गद्दे के छोटे-छोटे कारखाने है। इस कारखाने से निकले वाला चमड़े और प्लास्टिक की कतरन भी नाले में फेंकी जाती है। इसी कूड़े के चलते सुरंग के एक हिस्से में कूड़े का एक ढेर बन गया है, जिसने चट्टान जैसी सूरत ले ली है और पानी का बहाव रुक गया है।

टेक्निकल टीम करेगी निरीक्षण

आर्मी और एनडीआरएफ की टेक्निकल टीम मौके का निरीक्षण करेंगी और चट्टान में सुराग करके पानी के बहाव के प्रेशर को कम किया जाएगा। आर्मी और एनडीआरएफ की टीम शुक्रवार तक मौका का निरीक्षण कर काम शुरू कर सकता है। ताकि रमजान से पहले एरिया को साफ किया जा सके।

एनडीआरएफ की जरूरत क्यों

50 मकानों में भर गया नाले का गंदा पानी

7 दिन से मौलवीगंज में घरों में कैद हैं लोग

4 दिन से मशीनों से पानी निकाल रहा है प्रशासन

2 दिन पहले जायजा लेने आए डीएम व अफसर

गंभीर हुई समस्या

-रास्तों और घरों में गंदा पानी

- लोगों की जिंदगी ठप पड़ी

- खाने-पीने की चीजें लाने में परेशानी

- कई बच्चे गंदगी के चलते बीमार

- बीमारी फैलने की आशंका बढ़ी

- चट्टान हटाने में असफल नगर निगम