- सांस्कृतिक कार्यक्रमों में दिखी उत्तराखंड की लोककला
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रुष्टयहृह्रङ्ख: पर्वतीय महापरिषद द्वारा आयोजित 10 दिवसीय उत्तरायणी कौथिग का दूसरा दिन देश के सैनिकों के नाम रहा। मेले में मुख्य अतिथि के रूप में कानून मंत्री ब्रजेश पाठक मौजूद रहे। आयोजन के दौरान कई भूतपूर्व सैनिकों को सम्मानित किया गया। वहीं वीर शहीदों के परिजनों को शाल एवं प्रतीक चिंह देकर सम्मानित किया गया।
प्रदर्शनी में दिखा उत्तराखंड
शुक्रवार को कौथिग में कई कंप्टीशन का आयोजन किया गया। जिसमें प्रतिभागियों ने पूरे उत्साह के साथ हिस्सा लिया। सोलो डांस में कनिका आर्या, आद्या बिष्ट और यशि शर्मा ने बाजी मारी। वहीं मेले में लगी पुस्तक प्रदर्शनी आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। यहां आप इतिहास के आईने में उत्तराखंड, खटीमा गोलीकांड आदि से संबंधित पुस्तकें ले सकते हैं।
पर्वतीय नृत्य के नजारे
सांस्कृतिक कार्यक्रमों में दैणा होगा खोली का गणेशा हो, फौजी की नौकरी, सामुहिक नृत्य के तहत मेरी सुनीता रेशमी बानो, फुल फर्टेगा ज्यूनि लागी रै। आदि गीतों पर कलाकारों ने पर्वतीय नृत्य की शानदार प्रस्तुति देकर सबका दिल जीत लिया। इसके बाद जै बोला जै भगवती नंदा गीत के माध्यम से कलाकारों ने नंदा राजयात्रा की झलक प्रस्तुत की। वहीं गोपाल दत्त जोशी ने एकल गीत के तहत सरूली म्यर जीया लागी रे सुनाकर श्रोताओं की तालियां हासिल कीं।
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खूब भा रही बाल मिठाई
मेले में लगाए गए खान-पान के स्टालों में शुक्रवार को काफी भीड़ देखने को मिली। उत्तराखंड के व्यंजनों में सर्वाधिक क्रेज बाल मिठाई का रहा, जिसे लोगों ने जमकर खरीदा। देर शाम तक मेले में लोगों की भारी भीड़ दिखाई दी।