लखनऊ (ब्यूरो)। विभूतिखंड पुलिस ने जाली आधार व पैन कार्ड पर लग्जरी वाहन फाइनेंस कराने वाले जालसाज को बुधवार रात गिरफ्तार कर लिया। पुलिस टीम ने उसके पास से कई कूट रचित दस्तावेज व पांच लग्जरी कारें बरामद की हैं। इस मामले में तीन आरोपी 2 दिसंबर को गिरफ्तार किये गये थे। उनके पास से पुलिस ने तीन कार, एक स्कूटी व 11 मोबाइल बरामद किए थे।

लग्जरी गाडिय़ां, फेक डॉक्यूमेंट्स बरामद

डीसीपी पूर्वी हृदेश कुमार के मुताबिक, पकड़ा गया आरोपी मूलरूप से बिहार के मुजफ्फरपुर मिठनपुरा का रहने वाला राजकुमार है। वह सुशांत गोल्फ सिटी इलाके में पाम फ्लोर सेक्टर जे में रहता है। राजकुमार को पुलिस टीम ने बुधवार रात करीब 11 बजे हनीमेन पुल के नीचे से गिरफ्तार किया। उसके पास से पांच लग्जरी कारें, दो मोबाइल, तीन डेबिट कार्ड, आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, एसबीआई जनरल इंश्योरेंस कार्ड व जाली आधार व पैन कार्ड बरामद हुए।

कई बैैंकों से कराया था फाइनेंस

एडीसीपी पूर्वी के मुताबिक, इस गिरोह के सदस्यों ने अमेठी के नोनखार ओरी निवासी मनोज कुमार तिवारी के नाम से फर्जीवाड़ा कर लाखों रुपये का लोन कराया था। बैंक के नोटिस भेजने के बाद इस फर्जीवाड़े की जानकारी हुई। इस पर पीडि़त ने विभूतिखंड थाने में 25 नवंबर को केस दर्ज कराया था। जालसाजों ने मनोज के नाम से जाली पैन व आधार कार्ड बनवाया। इसके जरिये एचडीएफसी बैंक, एक्सिस बैंक, एलटी फाइनेंस लि। और होम क्रेडिट इंडिया फाइनेंस लि। से वाहन फाइनेंस कराया गया।

नोटिस पहुंचने पर हुआ खुलासा

मनोज को इस फर्जीवाड़े की जानकारी उस समय हुई जब एचडीएफसी बैंक के रिटेल लोन सर्विस सेंटर से एक पत्र गांव के पते पर भेजा गया, जिसमें लोन होने की बात लिखी थी। जांच कराई गई तो सामने आया कि आधार व पैन कार्ड पर दूसरे की फोटो लगाकर फर्जीवाड़ा किया गया था। इस गिरोह के तीन सदस्यों को दो दिसंबर को गिरफ्तार किया गया था। उसमें समीर अरोड़ा, रोहन शुक्ला व निशांत गुप्ता शामिल हैं। पुलिस के मुताबिक, गिरोह का नेटवर्क काफी बड़ा है। अन्य सदस्यों की तलाश की जा रही है।