लखनऊ (ब्यूरो)। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा गुरुवार को अपना बजट पेश किया गया। योगी सरकार ने स्वास्थ्य सुविधाओं पर विशेष ध्यान देते हुए बजट में हेल्थ सेक्टर को कई सौगातें दीं। राजधानी के चक गजरिया स्थित अटल बिहारी वाजपेयी मेडिकल यूनिवर्सिटी के लिए सरकार ने बजट में 100 करोड़ 45 लाख रुपये का प्रावधान किया है, जिससे यहां एकेडमिक ब्लॉक समेत ऑडिटोरियम निर्माण को तेजी मिलेगी। अधिकारी अक्टूबर तक पहले चरण का काम पूरा होने की उम्मीद जता रहे हैं। पहले चरण के तहत अभी 17 एकड़ भूमि पर निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है।

सभी विभागों के बनेंगे ऑफिस

यूनिवर्सिटी का मुख्य भवन आठ मंजिला का होगा। इसमें 2000 लोगों के बैठने की क्षमता वाला ऑडीटोरियम दो फ्लोर का बनाया जा रहा है। अटल यूनिवर्सिटी से सभी मेडिकल, नर्सेज व पैरामेडिकल कॉलेजों को संबद्ध किया जायेगा। इसके लिए मेडिकल, डेंटल, नर्सिंग और पैरामेडिकल के लिए अलग-अलग ऑफिस बनाया जाएगा। साथ ही कुलपति, रजिस्ट्रार, लाइब्रेरी, डीन आदि के ऑफिस भी बनाये जायेंगे।

एमबीबीएस की होगी पढ़ाई

फिलहाल अटल मेडिकल यूनिवर्सिटी मेडिकल, नर्सिंग व पैरामेडिकल कॉलेज को संबद्धता प्रदान कर रही है। दूसरे चरण में यहां एमबीबीएस की पढ़ाई भी होगी। पहले चरण में एमबीबीएस की 150 सीटें होंगी। नीट के माध्यम से दाखिला होंगे। फस्र्ट ईयर की पढ़ाई के लिए एनॉटमी, फिजियोलॉजी और बायोकैमेस्ट्री विभाग की स्थापना होगी। स्टूडेंट्स के लिए हॉस्टल की भी व्यवस्था होगी। हॉस्पिटल ब्लॉक भी बनेगा ताकि स्टूडेंट्स को मरीजों के इलाज की बारीकियां सिखाई जा सकें।

*****************************************

एक बार फिर लखनऊ मेट्रो के हाथ रह गए खाली

उम्मीद जताई जा रही थी कि प्रदेश सरकार की ओर से लखनऊ मेट्रो के नए कॉरीडोर के लिए कोई घोषणा की जाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। जबकि कानपुर, बनारस, गोरखपुर और आगरा मेट्रो के लिए बजट की घोषणा की गई है। अभी एयरपोर्ट से मुंशीपुलिया तक मेट्रो सेवा का संचालन हो रहा है, जबकि दूसरा कॉरीडोर चारबाग से बसंतकुंज तक प्रस्तावित है। इस प्रोजेक्ट का डीपीआर भी बन चुका है और उसे संशोधित भी कर दिया गया है। इस प्रस्ताव को सरकार के पास भी भेजा जा चुका है। इस नए प्रोजेक्ट के शुरू होने से बड़ी आबादी को खासी राहत मिलती, क्योंकि इसमें पुराना लखनऊ जुड़ जाता।

कोई घोषणा नहीं हुई

प्रदेश सरकार के गुरुवार को आए बजट में लखनऊ मेट्रो के लिए कोई घोषणा नहीं की गई। स्पष्ट है कि अभी सरकार का पूरा फोकस अन्य शहरों में मेट्रो सुविधा शुरू करने पर है। चूंकि अभी लखनऊ के नए कॉरीडोर का प्रोजेक्ट अप्रूव नहीं है, शायद इस वजह से धनराशि की घोषणा न की गई हो। हालांकि, लखनऊ मेट्रो से जुड़े लोगों की माने तो उन्हें उम्मीद थी कि नए कॉरीडोर को लेकर कोई घोषणा की जा सकती है।