- हेरिटेज वॉक में अवधी संस्कृति से रूबरू हुए लोग

LUCKNOW: अवध की थीम पर आधारित रोशन चौकी के साथ रविवार को वाजिद अली शाह अवध महोत्सव का समापन हो गया। यूपी संगीत नाटक अकादमी में आयोजित महोत्सव में विभिन्न कलाकारों ने गायन, वादन और नृत्य की छटा बिखेरी। समापन कार्यक्रमों का शुभारंभ कानून मंत्री बृजेश पाठक ने किया।

अवधी गीतों की यात्रा

अवध महोत्सव में मालिनी अवस्थी और यतीन्द्र मिश्र की बातचीत पर आधारित रोशन चौकी की थीम संगीतमय प्रस्तुति था। रोशन चौकी की परंपरा नवाबों के दौर में थी जिसमें संगीतकारों का दल होता था। मालिनी अवस्थी ने राम जन्म के सोहर बाजत अवध बधईया से अवध के संगीत की यात्रा शुरू की। इसके बाद उन्होंने अवध के विभिन्न संस्कार गीत प्रस्तुत किए।

दिखे वसंत के कई रंग

कार्यक्रम की अगली कड़ी में कथक केंद्र के कलाकारों ने डॉ। सुरभि शुक्ला के निर्देशन में प्रस्तुत वसंत के विभिन्न रंग अपनी कला से प्रस्तुत किए। गायन में कमलाकांत एवं ज्योतिशा सिंह तथा तबला एवं पढ़ंत में राजीव शुक्ल थे। इस मौके पर गजल गायक युगांतर सिंदूर ने गजल गायन पर विस्तार से चर्चा की। उनसे अकादमी सचिव तरुण राज ने बातचीत की।

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हेरिटेज वाक

अवध महोत्सव में रविवार को हेरिटेज वाक का आयोजन किया गया। हेरिटेज वॉक क्लाक टॉवर से शुरू होकर पिक्चर गैलरी तक गई। इसमें ज्योति सिन्हा ने विरासत से जुड़ी कविता पढ़ी। इतिहासकार रवि भट्ट ने क्लाक टॉवर, पिक्चर गैलरी सहित विभिन्न विरासतों के बारे में जानकारी दी।