- अवध महोत्सव में लोक गीतों के बिखरे रंग

LUCKNOW: अवध महोत्सव में शनिवार शाम लोक गीतों ने समां बांधा। शिप्रा और मानसी के अवधी गीतों एवं नृत्य ने यहां आए दर्शकों का खूब मनोरंजन किया। इस दौरान मुख्य अतिथि विशेष सचिव दुग्ध रवि शंकर गुप्ता मौजूद रहे, जिन्हें अवध गौरव सम्मान से सम्मानित किया गया।

अयोध्या का भ्रमण

कार्यक्रम में शिप्रा चंद्रा ने देवी गीत मईया खेली ना किवडि़या से सबको भक्ति रस से सराबोर कर दिया। इसके बाद उन्होंने अवध मा राम जी, कौशल्या के जन्में ललनवा, झुके जइयो तनिक रघुवीर और मानब ना एकौ कहवता बलम को सुनाकर श्रोताओं का मन मोहा। अवधी गीतों पर कुमकुम, काजल, मेधा व स्वाति आदि ने नृत्य प्रस्तुत किया। वहीं मानसी रघुवंशी ने अवधी लोकगीत आज मिथिला नगरिया, रामजी से पूछे जनकपुर की नारी को सुनाकर श्रोताओं को भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या का भ्रमण कराया। इसके बाद ऋषिराज पांडेय ने भजनों की सरिता से दर्शकों को सराबोर किया। कवि सम्मेलन में सीमा गुप्ता, डॉ। शोभा त्रिपाठी, डॉ। शोभा बाजपेयी व भावना मौर्या ने कविता सुनाकर खूब तालियां बटोरी।