-जमीन के जाली पेपर व गारंटर पेश कर बैंक से पास करा लिया लोन

-किश्तें न मिलने पर बैंक ने शुरू की वसूली की कार्यवाही तो खुला फर्जीवाड़ा

-कैसरबाग कोतवाली में दंपत्ति समेत पांच आरोपियों के खिलाफ मुकदमा

LUCKNOW :जालसाज दंपति ने कैसरबाग स्थित भारतीय स्टेट बैंक से 10.49 लाख का होम लोन पास कराया और हड़प कर लिया। इसके लिये उन्होंने शुरुआत में ही बैंक में फर्जी पेपर व गारंटर पेश किये। किश्तें न मिलने पर जब बैंक ने वसूली की कार्रवाई शुरू की तो फर्जीवाड़े का पता चला। बैंक मैनेजर की शिकायत पर कैसरबाग पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

जमा कर दिये फर्जी पेपर

कैसरबाग स्थित भारतीय स्टेट बैंक के मैनेजर पंकज कुमार के मुताबिक, ठाकुरगंज के जरनैलगंज निवासी अशोक कुमार सिंह व उसकी पत्‍‌नी तारा सिंह ने वर्ष 2005 में होम लोन के लिये आवेदन किया था। आवेदन में उन्होंने आशियाना के बंगला बाजार में सिंह हॉस्टल बनाकर उसके जरिए व्यवसाय करने की बात कही थी। आवेदन पत्र में उन्होंने बिजनौर स्थित राम नरेश शुक्ला की औरंगाबाद जागीर स्थित बिजली पासी किला में जमीन को अपनी बताया। उनका कहना था कि जमीन खरीदकर उस पर निर्माण कराएंगे। इसके एवज में उन्होंने जमीन के कागज जमा कर दिये। आवेदन में उन्होंने चौक निवासी टेलर मोबिन अहमद अंसारी और एक निजी हॉस्पिटल में अकाउंटेंट सुनील श्रीवास्तव को गारंटर बनाया। जिसके बाद बैंक ने उनका 10.49 लाख रुपये का लोन स्वीकृत कर दिया।

जांच में खुली रह गयी आंखें

मैनेजर पंकज ने बताया कि आरोपी दंपति लोन की एक भी किश्त जमा नहीं कर रहे थे। लिहाजा, बैंक ने वसूली की कार्यवाही शुरू की। जब बैंक की ओर से जमा किये गए कागजों की जांच की तो वे फर्जी निकले। इस पर जांच को आगे बढ़ाया गया तो पता चला आरोपी दंपति ने इसी तरह बैंक ऑफ महाराष्ट्रा, केनरा बैंक से भी होम लोन ले रखा है। इसके अलावा भारतीय स्टेट बैंक गौतमबुद्धमार्ग से अपनी फर्म मेसर्स अंबर डिस्ट्रीब्यूटर्स के नाम पर कैश क्रेडिट लोन लेकर हड़प लिया। जिसके बाद मैनेजर पंकज ने कैसरबाग पुलिस से शिकायत की। पुलिस ने अशोक कुमार सिंह, तारा सिंह, रामनरेश शुक्ला, मोबिन अहमद अंसारी व सुनील श्रीवास्तव के खिलाफ धोखाधड़ी, कूटरचना और अमानत में खयानत की धाराओं में एफआईआर दर्ज कर ली है।