- नए सेशन में एडमिशन कराने के लिए प्रो। मनीष वर्मा को मिली जिम्मेदारी

- यूनिवर्सिटी में दूसरे स्टेट के बच्चों की संख्या बढ़ाने के लिए निर्णय

LUCKNOW : बीबीएयू अब राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षाओं से विभिन्न कोर्सेस की सीटें भरेगा। इसके लिए एंट्रेंस एग्जाम कराने वाली संस्थाओं से टाईअप करेगा। यह निर्णय शुक्रवार को यूनिवर्सिटी में वीसी प्रो। संजय सिंह की अध्यक्षता में सभी डीन व एचओडी की बैठक में लिया गया।

अक्टूबर में होगा दीक्षांत

बैठक में यूनिवर्सिटी की एडमिशन प्रक्रिया को सुधारने, जल्द से जल्द एडमिशन पूरा करने व दूसरे राज्यों के स्टूडेंट्स को ज्यादा से ज्यादा एडमिशन देने पर फोकस का फैसला लिया गया। बैठक में नए सेशन में एडमिशन प्रक्रिया कराने की जिम्मेदारी प्रो। मनीष वर्मा को सौंपी गई है, जिन्हें एडमिशन कमेटी बनाकर एडमिशन की रूपरेखा तैयार करने की जिम्मेदारी दी है। इसके साथ ही अक्टूबर में दीक्षांत कराने पर मोहर लगाई गई। इसकी भी जिम्मेदारी प्रो। मनीष वर्मा को दी गई।

सभी राष्ट्रीय एजेंसियों के साथ खुद को जोड़ेगा बीबीएयू

सूत्रों की मानें तो अगले साल एडमिशन प्रक्रिया में यूनिवर्सिटी ज्यादा से ज्यादा राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षा कराने वाली एजेंसियों के साथ करार करेगी। लॉ कोर्स में एडमिशन के लिए क्लैट, एमबीए के लिए कैट, इंजीनियरिंग में एडमिशन के लिए जेईई के साथ करार किया जाएगा। इन सभी एजेंसियों को यूनिवर्सिटी अपनी रिक्वायरमेंट भेजेगी और उनकी काउंसिलिंग या फिर टेस्ट स्कोर के आधार पर एडमिशन लेगी। वहीं नेशनल लेवल पर कुछ सेंट्रल यूनिवर्सिटी आपस में जुड़कर एक कॉमन एंट्रेंस एग्जाम कराती हैं। बीबीएयू प्रशासन उससे भी जुड़कर अपने विभिन्न कोर्सेस के लिए स्टूडेंट्स लेगी। वहीं यूनिवर्सिटी प्रशासन अपने दूसरे कोर्सेस के लिए जिनकी प्रवेश परीक्षा कोई दूसरी एजेंसी नहीं कराती है, उसके लिए खुद ही ऑनलाइन प्रवेश परीक्षा कराएगी।

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नैक में बेहतर करने के लिए बाहरी स्टूडेंट्स पर फोकस

सूत्रों के मुताबिक नैक मूल्यांकन में दूसरे स्टेट के स्टूडेंट्स की संख्या के लिए विशेष नंबर दिए जाते हैं। बीबीएयू ऑल इंडिया लेवल पर अपने यहां पर स्टूडेंट्स को विभिन्न कोर्सेस में एडमिशन देती हैं, लेकिन मौजूदा समय में बीबीएयू में केवल नॉर्थ इंडिया या फिर यूपी के आसपास के क्षेत्रों से ज्यादा स्टूडेंट्स एडमिशन लेते हैं। ऐसे में राष्ट्रीय स्तर की एजेंसियों के माध्यम से स्टूडेंट्स के एडमिशन लेने पर यूनिवर्सिटी को दूसरे स्टेट के ज्यादा से ज्यादा स्टूडेंट्स को एडमिशन लेने का चांस बढ़ जाएगा।

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बीएड में ईडब्लूएस का फायदा अभी नहीं

यूनिवर्सिटी में संचालित बीएड कोर्स में सर्वण छात्रों को ईडब्लूएस के दस प्रतिशत आरक्षण का लाभ देने का प्रस्ताव भी इस बैठक में रखा गया था। पर काफी चर्चा होने के बाद टेक्निकल दिक्कतों को देखते हुए अभी इस पर कोई आम सहमति नहीं बन सकी हैं।