-जीवित प्रमाणपत्र सत्यापन कराने के नाम पर हो रही जालसाजी

- जालसाजों ने तीन पेंशनर्स के घर जाकर चेक हासिल कर उड़ाई पेंशन, पुलिस आयुक्त से शिकायत

LUCKNOWपेंशन धारकों की पेंशन पर जालसाज डाका डाल रहे हैं। ऐसे तीन मामले सामने आने के बाद कोषागार अधिकारियों ने दिशा निर्देश जारी करते हुए पुलिस कमिशन डीके ठाकुर से शिकायत भी दर्ज कराई है। प्रयाग नारायन रोड निवासी रमापती सेवानिवृत्त सरकारी कर्मचारी हैं। दो दिन पहले उनके घर एक व्यक्ति खाकी वर्दी में पहुंचा। युवक ने उनसे खुद को पेंशन विभाग का कर्मचारी बताते हुए बढ़ी पेंशन दिलाने के लिए चेक और खाते की जानकारी देने को कहा। इस पर उन्होंने जानकारी देने से मना कर दिया। वहीं, हुसैनगंज निवासी लक्ष्मीदेवी, बालागंज निवासी रामकुमार और राम किशोर श्रीवास्तव जालसाजों के झांसे में आ गए।

हर साल देना होगा प्रमाणपत्र

आजीवन पेंशन के लिए हर वर्ष पेंशनर्स को अपना जीवित प्रमाणपत्र कोषागार के सामने पेश करना पड़ता है। कोरोना के चलते इस वर्ष तमाम पेंशनर्स ने अब तक जीवित प्रमाणपत्र नहीं दिया है। सरकार ने इन्हें संक्रमण से बचाने के लिए इस बार नई व्यवस्था के तहत डाक विभाग की मदद ली। इसके लिए शुल्क निर्धारित किया गया है। वहीं, इसकी आड़ में कई जालसाज भी सक्रिय हैं जो पुलिस कर्मी या डाकिया बन पेंशनर्स के घर जाकर प्रमाणपत्र के नाम पर उनकी चेक और दूसरे जरूरी बैंक दस्तावेज लेकर खाते से रकम पार कर रहे हैं। कलेक्ट्रेट कोषागार अधिकारी एमके तिवारी ने शुक्रवार को इस बारे में एक दिशा निर्देश जारी किया है। उन्होंने बताया कि अभी तक जालसाजी से जुड़े तीन मामले सामने आए हैं।