80 प्रतिशत महिलाओं में आ रही समस्या

5 मरीज रोज आ रहे बलरामपुर अस्पताल

3 माह में यह समस्या अपने आप कम हो जाती है

- पुरानी बीमारी से ग्रसित कोविड मरीजों में समस्या ज्यादा

LUCKNOW: राजधानी के अस्पतालों में इन दिनों पोस्ट कोविड के कई ऐसे मरीज आ रहे हैं जिनमें शुगर, बीपी, हार्ट की समस्या देखने को मिल रही है। इसके अलावा कई ऐसे मरीज भी आ रहे हैं, जिनके सिर के बाद कम होते जा रहे हैं। बलरामपुर अस्पताल की ओपीडी में बड़ी संख्या में रोज ऐसे मरीज आ रहे हैं।

महिलाओं में समस्या ज्यादा

बलरामपुर अस्पताल के सीनियर स्किल स्पेशलिस्ट डॉ। मसूद उस्मानी ने बताया कि ओपीडी में बाल झड़ने की समस्या वाले रोज 4 से 5 केस आ रहे हैं। युवा वर्ग के लोग, खासकर महिलाओं में कोरोना के बाद यह समस्या अधिक देखने को मिल रही है। इस समस्या को पोस्ट टीलोजेन इफ्नूवियम कहते हैं। इसमें कोई दूसरी बीमारी जैसे थायराइड, कैंसर, शुगर आदि बीमारी होती है तो दो-तीन माह के अंदर बाल झड़ने व गिरने लगते हैं। इन मरीजों में कोरोना के बाद बीपी, शुगर, हायपर टेंशन व थॉयरायड जैसी समस्या भी देखने को मिल रही है। ओपीडी में यह समस्या लेकर आने वाले मरीजों में 80 फीसद महिलाएं हैं।

बाक्स

पुरानी बीमारी को करते हैं ठीक

डॉ। उस्मानी के मुताबिक इस बीमारी का कोई इलाज नहीं होता है। ऐसे में साथ में जो पुरानी बीमारी होती है, उस को ही ठीक किया जाता है। जिसमें दवाओं के साथ आयरन और बायोटिन दिया जाता है। जिससे दो-तीन माह बाद समस्या काफी हद तक कम हो जाती है। लोगों को अपनी लाइफस्टाइल और खानपान पर ध्यान देना चाहिए।

कोट

ज्यादा जंक फूड खाने से भी बालों पर असर पड़ता है। जिससे बालों का जल्द झड़ना व गिरना, सफेद होना, कमजोर या दोमुंहे होना आदि समस्या हो सकती है।

डॉ। मसूद उस्मानी, सीनियर स्किन स्पेशलिस्ट, बलरामपुर अस्पताल