- जिलाधिकारी सहित मौके पर पहुंचा प्रशासनिक अमला, रक्षा मंत्री करेंगे वर्चुअल उद्घाटन

रुष्टयहृह्रङ्ख : डीआरडीओ का अवध शिल्प ग्राम में अटल विहारी वाजपेयी कोविड अस्पताल तैयार हो गया है। सैन्य डॉक्टरों, मिलिट्री नर्सिंग अधिकारी (एमएनएस) और पैरा मेडिकल स्टाफ भी ड्यूटी संभाल चुके हैं, लेकिन अस्पताल को ऑक्सीजन अब तक नहीं मिल सकी है। इस बीच सेना ने अपने रिक्रूट और सेवारत जवानों को आईसीयू में भर्ती कर ड्राई रन शुरू कर दिया। जवानों को सोमवार रात आइसीयू में 24 घंटे के लिए भर्ती किया गया। जवानों से मिलने मध्य कमान के स्टाफ अध्यक्ष ले। जनरल जेबी चौधरी अस्पताल पहुंचे। वहीं, अस्पताल के लोकार्पण की तैयारियां तेज हो गई हैं। डीआरडीओ के प्रशासनिक भवन से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह वीडियो कॉन्फ्रें¨सग से अस्पताल का लोकार्पण करेंगे।

ऑक्सीजन भंडारण की सुविधा बढ़ी

डीआरडीओ अस्पताल की ऑक्सीजन भंडारण की क्षमता भी बढ़ गई। सोमवार देर रात आए लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन के खाली टैंक को यहां डीआरडीओ की टीम ने लगा दिया। अब इस अस्पताल में 20 हजार की क्षमता के दो टैंक तैयार हैं, जिनमें ऑक्सीजन की आपूर्ति होते ही कोरोना संक्रमित रोगियों की भर्ती आईसीयू और आक्सीजन वाले जनरल वार्डो में की जा सकेगी। यातायात और पुलिस सुरक्षा से जुड़ी तैयारियों का जायजा लेने कई पुलिस अधिकारी भी अस्पताल पहुंचे, लेकिन आक्सीजन कब आएगी सैन्य अफसरों के इस सवाल का जवाब प्रशासनिक अधिकारी नहीं दे सके। डीआरडीओ और सेना के अधिकारियों ने आक्सीजन की निर्बाध रूप से आपूर्ति का आश्वासन मिलने पर मौजूदा पांच हजार लीटर ऑक्सीजन से एक आईसीयू वार्ड तक शुरू करने पर भी मंथन किया, लेकिन बड़ी समस्या ऑक्सीजन की आपूर्ति को लेकर है।

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पर्चा बनाया और जवान बन गए मरीज

सेना के डाक्टरों ने कोविड प्रोटोकाल से उपचार करने की तैयारियों का अभ्यास किया। आईसीयू वार्ड दो के सभी 65 बेड के लिए सेना की ट्रे¨नग बटालियन के प्रशिक्षुओं और जवानों को लाया गया। पहले स्क्री¨नग रूम में उनके संक्रमण की स्थिति को देखने का ट्रायल किया गया। यहां उनकी भर्ती प्रक्रिया पूरी कर आईसीयू में शिफ्ट किया गया। सभी जवानों के नाम से उपचार की फाइल बनाई गई, जिनको उनके बेड पर रखा गया। डॉक्टर और एमएनएस ने उनको जरूरी दवाएं और इंजेक्शन दिए, जबकि आक्सीजन लेवल बढ़ाने के लिए भी जरूरी उपचार का ट्रायल हुआ।

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फैक्ट फाइल

505 बेड का होगा यह अस्पताल

85 बेड होंगे आइसीयू एक में

65 बेड का होगा आइसीयू दो

143 बेड होंगे जनरल आक्सीजन वार्ड एक में

212 बेड आक्सीजन साथ होंगे जर्मन एसी हैंगर

120 सेना के तीनों अंगों के होंगे डाक्टर

180 एमएनएस अधिकारी और पैरामेडिकल स्टाफ होगा यहां

17 अप्रैल को लखनऊ आई थी डीआरडीओ की टीम

100 विशेषज्ञों की टीम ने तैयार किया अस्पताल

30 अप्रैल को मरीजों के लिए शुरू करने का था लक्ष्य

40 हजार लीटर के हैं यहां दो ऑक्सीजन टैंक