- ड्रग्स मामले पर इंडस्ट्री को खराब कहना गलत

- एक्टर दिव्येंदु शर्मा ने फिल्म सिटी को बताया अच्छा कदम

LUCKNOW: ड्रग्स की बात हर खेमे में होती है, लेकिन बॉलीवुड एक बड़ा नाम है। ऐसे में उसको ज्यादा दिखाया जा रहा है। मुझे लगता है कि बेरोजगारी, चीन, कोरोना जैसे मुद्दों को पीछे रखने के लिए ऐसा दिखाया जा रहा है। एक गवर्नमेंट के तौर पर आपका काम है इन सबको रोकना जबकि ड्रग्स की प्रॉब्लम बहुत भीतर तक है। इस पर उंगली उठाने से अच्छा लोगों को इसके खिलाफ अवेयर करना चाहिए। यह बात बुधवार को एक्टर दिव्येंदु शर्मा ने कही। वह अपनी एक वेब सीरीज के प्रमोशन के लिए राजधानी आए थे।

मजेदार सफर है

ओटीटी का सफर मजेदार होने के साथ चैलेंजिंग भी है। फिल्में दो-ढाई घंटे में खत्म हो जाती हैं, लेकिन यहां पर 3-4 फिल्मों को मिलाकर काम होता है। आप यहां कुछ भी बना सकते हो। अगर दर्शक पसंद करते हैं तो वो जरूर देखेंगे।

सेंसर को लेकर खुश नहीं

सेंसर को लेकर खुश नहीं हूं। नेट पर तो वैसे भी सबकुछ मिलता है, उसको तो हटा नहीं सकते है। आर्टिस्टिक फ्रीडम जरूरी है क्योंकि कौन तय करेगा कि क्या जरूरी या क्या नहीं है। दूसरा यह दर्शक खुद तय करें कि उनको क्या देखना पसंद है। दर्शकों के पास ऑप्शन होना चाहिए। उनके लिए दूसरों को निर्णय लेने की जरूरत नहीं।

इंडस्ट्री को बहुत बचत होगी

प्रदेश सरकार का फिल्म सिटी को बनाने का निर्णय बहुत अच्छा है। इससे रोजगार बढ़ेगा क्योंकि प्रदेश में बहुत शूटिंग हो रही है। साथ ही इंडस्ट्री के लोगों की बचत भी होगी क्योंकि अगर कलाकार से लेकर सभी सामान यहीं मिल जाएगा तो उनको लेकर आने की जरूरत नहीं होगी। इससे समय के साथ पैसों की भी बचत होगी।