- कौथिग मेले में झोड़ा नृत्य ने मोहा सभी का मन

LUCKNOW: उत्तरायणी कौथिग के चौथे दिन रविवार को गोमा तट पर पर्वतीय अंचल की अनुपम छटा बिखरी। रविवार को कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन शामिल हुए।

चित्रकला प्रतियोगिता

रविवार को भी कौथिग मेले में कई प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। कोरोना संक्रमण की थीम पर 9 से 12 वर्ष की आयु के बच्चों के बीच चित्रकला कंप्टीशन आयोजित किया गया। जिसमें फ‌र्स्ट पोजीशन पर ओजस्वी आए, वहीं सेकंड पोजीशन अभिनव मिश्रा और थर्ड पोजीशन समृद्धि डोबरियाल को मिली। वहीं 3 से 8 वर्ष के आयु वर्ग में आराध्या पांगती ने पहला स्थान हासिल किया।

गीत-संगीत से सजी शाम

शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रमों के अंतर्गत कौथिग मेले में छह टीमों ने उत्तराखंड के पारंपरिक परिधानों में झोड़ा नृत्य की शानदार प्रस्तुति दी। वहीं लोक गायक दर्शन फस्वाण ने पहाड़ी गीतों का गुलदस्ता पेश किया। उन्होंने जब दादू गौरिया, शिव जटाधारी भैरू, ढोल दमऊ आदि गढ़वाली गीत सुनाए तो पंडाल तालियों से गूंजने लगा। इसके बाद लोक गायक प्रहलाद मेहरा व दल, लोक गायक चंद्रप्रकाश और गोपाल दत्त जोशी ने पहाड़ी गीतों से सबको रूबरू कराया।

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प्रोग्राम में परिवर्तन

कौथिग मेले में हो रही प्रतियोगिताओं के प्रभारी महेंद्र पंत ने रविवार को बताया कि 19 जनवरी को होने वाली समूह नृत्य व उत्तरखंडी परिधान प्रतियोगिताएं अब 22 जनवरी को होंगी।