लखनऊ (ब्यूरो)। चिकित्सा शिक्षा, वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि आपका दायित्व है कि मानव मूल्यों एवं नैतिकता को बढ़ावा दें। वीसी डॉ। बिपिन पुरी ने कहा कि कोरोना पीक में केजीएमयू में 988 बेड पर मरीज भर्ती किए जा रहे हैं। 600 ब्लैक फंगस का इलाज किया। जो देश में सबसे ज्यादा हैं। रहमानखेड़ा में बीएसएल-4 लैब बन रही है। इसके अलावा एक छत के नीचे कैंसर मरीजों को सभी तरह का इलाज मिल रहा है। जल्द ही संस्थान में 15 करोड़ रुपये की लागत से पैट स्कैन जांच की सुविधा शुरू होगी।


डॉक्यूमेंट्री की सराहना
समारोह में केजीएमयू के इतिहास पर आधारित डॉक्यूमेंट्री दिखाई गई। इसे डॉ। आमोद सचान, माइक्रोबायोलॉजी विभाग की डॉ। शीतल वर्मा और डॉ। अनुराधा ने तैयार किया है। इसकी सभी ने सराहना की।


ये मेधावी हुए सम्मानित
1. एमबीबीएस- अहमद उजैर, शिवम सिंह, आकांक्षा सिंह।
2. डीएमएमसीएच- नीलम चौहान, रजत वर्मा, आकाश बंसल, विजेथ एल उर्स, अभिषेक अग्रवाल, कस्तूरी हजारिका, स्वाति शर्मा।
3. एमडी-एमएस- आकांक्षा जैन, श्रुति काबि, अंचल राज, शांभवी सिंह, अरुणिमा सैनी, अजहर रिजवी, दीपक शर्मा, विपिन राज भारती, दीप्ति जैसवार, फातिमा खान, साक्षी सिंह, आकांक्षा डी श्रीवास्तव, आलिया बारी, कोपल रोहतगी, रुचि पांडे, पारुल शर्मा, नयनी अमरीन फातिमा हुसैन, ऋषभ अग्रवाल, अनुप्रिया, गौरव, नितेश अग्रवाल, इंद्रजीत गुप्ता, सपना दीक्षित, अंकित डी पटेल, अगस्तय मारिया, मोनिका पटनायक।
4. एमडीएस- नीति सोलंकी, नेहा जसरसारिया, अरविंधन ए, अंजलि मल।
5. नर्सिंग- निधि शुक्ला
6. रिटायर्ड प्रोफेसर- डॉ। अशोक चंद्र



परिवार से ली प्रेरणा
मेरे पेरेंट्स डॉ। मौलाना मो। अंसारी मां डॉ। शाहला हलीम और नाना डॉ। अब्दुल हलीम भी डॉक्टर हैं। उनसे ही प्रेरणा लेते हुए मैने भी डॉक्टरी करने का फैसला किया। मेरे 40 से अधिक शोधपत्र छप चुके हैं। मुझे रिसर्च के क्षेत्र में जाना है। उसी के तहत न्यूरो सर्जरी में रिसर्च का काम करने के लिए ड्रग्स मेडिकल स्कूल में जॉब मिली है।
डॉ। अहमद उजैर, चांसलर मेडल विनर

सर्जरी की फील्ड में जाना है
मुझे सर्जरी पसंद है। उसी में फ्यूचर बनाना है। मिडिल क्लास फैमिली से हूं। सात साल की उम्र मे पिता का साया उठ गया। मां और नाना ने पाल-पोस कर बड़ा किया। मां डीआरएम में ऑफिस सुपरिटेंडेंट और नाना आरपीएफ से रिटायर्ड हैं। मेरा बड़ा भाई इंजीनियर है।
डॉ। आकांक्षा सिंह, डॉ। आरएमएल मेहरोत्रा मेमोरियल गोल्ड मेडल

प्लास्टिक सर्जन बनना है
मेडल पाकर बहुत खुशी हो रही है। घर में कोई भी सदस्य डॉक्टर नहीं है। मेरी मदर हाउसवाइफ और फादर बैक से रिटायर्ड हैं। फिलहाल केजीएमयू में ही रहकर काम करना है। आगे चलकर प्लास्टिक सर्जन के तौर पर खुद को स्थापित करना है।
डॉ। नीलम चौहान, डॉ। बीआर अग्रवाल मेमोरियल गोल्ड मेडल

मिल गया मेहनत का फल
जब आपकी मेहनत का फल मिलता है तो काफी अच्छा लगता है। समाज के गरीब तबके के लोगों की मदद करना ही मेरा सपना है। उसी को लेकर आगे काम करना है। उम्मीद करता हूं कि अपने सपने को पूरा कर सकूंगा।
डॉ। शिवम सिंह, डॉ। यूसी चतुर्वेदी गोल्ड मेडल

आज बहुत अच्छा लग रहा है
गवर्नर के हाथों मेडल पाकर बेहद अच्छा लग रहा है। यह मेडल मेरी मेहनत का नतीजा है। अभी संस्थान में न्यूरो सर्जरी विभाग में बतौर असिस्टेंट प्रोफेसर की पोस्ट पर काम कर रहा हूं। आगे चलकर इसी फील्ड में नाम कमाना है।
डॉ। रजत वर्मा, सुरसारी दयाल मेमोरियल गोल्ड मेडल