लखनऊ (ब्यूरो)। बीए थर्ड सेमेस्टर की दृष्टिबाधित छात्रा रुखसार, पुत्री रशीद आलम, सुबह करीब 10:30 बजे परिसर में क्लास करने जा रही थी। तभी छात्रों को हॉस्टल से मेन कैंपस लाने वाली बस वहां से गुजरी। छात्रों को छोड़कर ड्राइवर ने बस आगे से घुमाकर लाने के बजाए उसी जगह से बैक करना शुरू किया और नहीं देखा कि पीछे छात्रा खड़ी है। बस पीछे की ओर आती हुई उसे रौंदते निकल गई। छात्रा ने मौके पर दम तोड़ दिया। हालांकि उसे इलाज के तौर पर ट्रामा सेंटर ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बताया जा रहा है कि छात्रा के साथ तीन अन्य छात्राएं भी साथ में थी लेकिन वे किसी तरह बच गईं।

स्टूडेंट्स ने किया हंगामा

यूनिवर्सिटी की तहरीर पर पुलिस ने आरोपी बस ड्राइवर को हिरासत में ले लिया गया है। उधर जैसे यह खबर फैली, सैकड़ों की संख्या में आक्रोशित छात्र परिसर में जमा हो गए। समाजवादी छात्रसभा के छात्रनेता महेन्द्र यादव के नेतृत्व में भी कई कार्यकर्ता यहां पहुंचे और मृत छात्रा के परिवार को न्याय दिलाने के लिए प्रदर्शन करने लगे। छात्रों का आरोप था कि बस का ड्राइवर नशे में था और उसी हालत में बस चला रहा था। प्रदर्शन की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शांत करने का प्रयास किया मगर छात्र शांत नही हो रहे थे। वीसी प्रो। राणा कृष्णपाल सिंह रजिस्ट्रार अमित सिंह ने मौके पर पहुंच कर छात्रों को न्याय का भरोसा दिलाया तब जाकर छात्र माने।

मामले की जांच के लिए चीफ प्रॉक्टर की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई गई है। छात्रा के परिजनों को इस हादसे की सूचना दे दी गई है। यूनिवर्सिटी को दो दिनों के लिए बंद कर दिया गया है।

डॉ प्रो राणा कृष्णपाल सिंह, वीसी, एसएमयू