लखनऊ (ब्यूरो)। इंस्पेक्टर इंदिरानगर डॉ। रामफल के मुताबिक बेकरी कारोबारी चंद्रमल बलेचा मानस विहार में किराए पर रहते हैं। परिवार में दो बेटे राजेश व तरुण हैं। राजेश बलेचा (39) की शादी करीब 10 साल पहले श्वेता (34) से हुई थी। दोपहर करीब तीन बजे तरुण ने पुलिस को सूचना दी कि उनके भाई राजेश के कमरे से गोली चलने की आवाज आई है। दरवाजा अंदर से बंद है। सूचना मिलने पर पुलिस टीम मौके पर पहुंची।

खून लथपथ फर्श पर पड़ा था दोनों का शव

पुलिस के मुताबिक दरवाजा तोड़ा गया। अंदर फर्श पर श्वेता व राजेश का शव खून से लथपथ पड़ा था। शव को देखने के बाद लगा कि राजेश ने पहले पत्नी को गोली मारी। इसके बाद खुद को गोली से उड़ा दिया। श्वेता को पीछे से गोली मारी गई थी और गोली उसके आर-पार हो गई थी। वहीं राजेश के कनपटी पर गोली के निशान मिले हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद साफ हो सकेगा कि किसकी मौत पहले हुई है। बेटे व बहू का शव देखकर चंद्रमल बलेचा बेसुध होकर गिर गए। वहीं राजेश का छोटा भाई तरुण भी बदहवास हो गया।

अवैध पिस्तौल से गोली मारी गई

इंस्पेक्टर इंदिरानगर डॉ। रामफल के मुताबिक राजेश के पास एक .32 बोर की पिस्तौल मिली है। पिस्तौल का लाइसेंस परिजनों से मांगा गया तो देेने में असमर्थता जताई गई। पिस्तौल राजेश के पास कहां से आई इसके बारे में भी कुछ नहीं पता चल सका। पुलिस अवैध पिस्तौल के बारे में जानकारी जुटा रही है कि इसे किसने राजेश को दिया था।

पारिवारिक कलह का मामला

पुलिस के मुताबिक परिजनोंं से पूछताछ में सामने आया कि श्वेता व राजेश के बीच अक्सर विवाद हुआ करता था। जिसे राजेश के पिता चंद्रमल बलेचा और श्वेता के मायके वाले आपस में बैठकर दोनों समझाते थे। कुछ दिनों तक सब ठीक चलता इसके बाद फिर विवाद होने लगता। स्थिति तलाक तक पहुंच गई थी। लेकिन श्वेता व राजेश का परिवार ऐसा नहीं चाहता था। पुलिस के मुताबिक राजेश के पिता की तहरीर पर कार्रवाई की जा रही है। वहीं श्वेता के मायके वालों ने कोई आरोप नहीं लगाया है।