- प्रोफेशनल कोर्सेज सहित ग्रेजुएशन में एडमिशन को लेकर कन्फ्यूजन के हालात

LUCKNOW:

कोरोना ने पूरे एजुकेशन सिस्टम को ऐसे भंवर में फंसा दिया है जहां से निकलना अबूझ पहेली बन गया है। यूपी बोर्ड सहित सीबीएसई बोर्ड व आईसीएसई बोर्ड ने अपने बोर्ड एग्जाम को रद कर दिया है। हालांकि इसके बाद रिजल्ट बनने की प्रक्रिया, मा‌र्क्स को लेकर स्टूडेंट और पैरेंटस में भारी कन्फ्यूजन है। वहीं प्रोफेशनल कोर्सेज में एडमिशन और ग्रेजुएशन को लेकर भी संशय बना हुआ है। ऐसे में स्टूडेंटस के सामने यक्ष प्रश्न है कि आखिर कैसे बनेगी मेरिट और कैसे हो पाएगा अगली क्लास में एडमिशन।

लग रहे कयास

स्टूडेंट लाइफ में 12 वीं क्लास के बाद ही कैरियर की दिशा तय मानी जाती है लेकिन विभिन्न बोर्ड के इतिहास में यह पहला मौका है जब बिना एग्जाम के ही रिजल्ट घोषित किया जाएगा। ऐसे में अगले क्लासेज में एडमिशन के प्रोसेस को लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं।

क्या हैं संभावनाएं

- मेरिट और इंटरव्यू से हो सकता है एडमिशन

- ऑनलाइन एंट्रेंस एग्जाम लिया जा सकता है

- सीट की तुलना में पहले आओ पहले पाओ के हिसाब से

- निर्धारित मा‌र्क्स के बाद सिर्फ इंटरव्यू से हो सकता है

इस तरह तैयार हो सकता है रिजल्ट

- प्री बोर्ड एग्जाम स्कोर के आधार पर

-10 वीं बोर्ड का वेटेज जोड़ा जा सकता है

-अलग-अलग सब्जेक्ट के टीचर्स के आंतरिक मूल्यांकन

-बोर्ड एग्जाम अथारिटी की तरफ से अधिकतम अंकों की सीमा निर्धारित हो सकती है

-कोई भी स्कूल पिछले तीन साल के औसत अंकों से अधिक अंक नहीं दे सकता

-स्टूडेंटस के 11वीं और 12 वीं के मा‌र्क्स का एवरेज जोड़कर

एलयू कराएगा एंट्रेस एग्जाम

लखनऊ यूनिवसिर्टी के वीसी आलोक कुमार राय कहते हैं कि 12वीं के रिजल्ट आते-आते दो एक माह का वक्त लगेगा। तब तक हालात सामान्य हो जाएंगे। हमारी 90 फीसद कोशिश है कि एंट्रेंस एग्जाम कराया जाए ताकि सही और क्षमतावान स्टूडेंट को एडमिशन मिल सके।

एकेटीयू को जेईई पैटर्न का इंतजार

अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी केंद्रीय संस्थाओं की प्रक्रिया का इंतजार कर रही है। यूनिवर्सिटी के वीसी प्रो। विनय पाठक कहते हैं कि सच पूछिए तो अभी कुछ कहा नहीं जा सकता कि एडमिशन के लिए कौन से प्रोसेस तय किए जाएंगे। आईआईटी जेईई एग्जाम में जिस तरह का पैटर्न लाएगा वैसा ही करने की हम कोशिश करेंगे।

कई यूनिवर्सिटी ऑनलाइन एग्जाम पहले भी लेती रही हैं। दिल्ली यूनिवर्सिटी का कट ऑफ मा‌र्क्स के हिसाब से डाउन हो जाएगा। जब एग्जाम नहीं हुआ, टॉपर्स नहीं हैं, तो मा‌र्क्स का परसेंटेंज भी कम ही होगा.एडमिशन ऑनलाइन टेस्ट से लिए जाने चाहिए।

शर्मिला सिंह, प्रिसिंपल, पायनियर मॉन्टेंसरी इंटर कॉलेज

आब्जेक्टिव क्वेश्चन का ऑनलाइन टेस्ट और इंटरव्यू अच्छा विकल्प साबित हो सकता है। इसके अलावा बोर्ड मा‌र्क्स का भी वेटेज दिया जा सकता है। एडमिशन किस तरह से लिए जाएंगे, इसे लेकर जल्द से जल्द स्थिति क्लीयर करनी चाहिए।

पवन मिश्रा, विद्या मंदिर क्लासेज

पिछले सालों में जिस तरह एंट्रेंस एग्जाम किए गए हैं उससे थोड़ा अलग हटकर अबकी होना चाहिए लेकिन बिना टेस्ट के एडमिशन नहीं होने चाहिए। जिससे स्टूडेंट की योग्यता का सही आंकलन हो सके और किसी का कोई नुकसान न होने पाए।

रिचा खन्ना, प्रिंसिपल, वरदान इंटरनेशन अकादमी

एंट्रेंस ही होना चाहिए ताकि सही और योग्य स्टूडेंट को चुना जा सके। पिछले क्लासेज के इंटरनल एग्जाम में जो नंबर मिले हैं उनको जोड़कर जो रिजल्ट बनेगा उसे शामिल किया जा सकता है। इससे स्टूडेंट्स को नुकसान नहीं होगा।

गीतिका कपूर, प्रिंसिपल सेंट टेरेसा कॉलेज