लखनऊ (ब्यूरो)। गोमती समेत राजधानी के कई इलाकों में ड्रेनेज सिस्टम बेहतर करने की दिशा में कवायद शुरू कर दी गई है। इसी कड़ी में वजीरगंज में एसटीपी (सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट) की क्षमता बढ़ाए जाने का निर्णय लिया गया है, वहीं दूसरी तरफ फैजुल्लागंज में भी 50 एमएलडी क्षमता की एसटीपी लगेगी, जिसका टेंडर कर दिया गया है। वहीं, गोमती में गिरने वाले नालों को लेकर भी कवायद शुरू की जा रही है।

बैठक में कई प्वाइंट्स रखे गए

मंडलायुक्त डॉ। रोशन जैकब की अध्यक्षता में गोमती में गिरने वाले नालों व ड्रेनेज निर्माण के संबंध में आयुक्त सभागार में बैठक हुई। जिसमें नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह, मुख्य अभियंता नगर निगम महेश वर्मा भी मौजूद रहे। बैठक के दौरान मंडलायुक्त को लोक निर्माण विभाग के संबंधित अधिकारियों द्वारा अवगत कराया गया कि शहर के नौ चौराहों के सौंदर्यीकरण कार्य के लिए प्रपोजल बना लिया गया है, जिसका अनुमानित लागत साढ़े तीन करोड़ रुपये है। इन चौराहों में डालीगंज, पावर हाउस, दयाल, ग्वारी, मामा चौराहा, वायरलेस चौराहा शामिल हैैं। मंडलायुक्त ने निर्देश दिए कि जल्द से जल्द सौंदर्यीकरण के कार्य को पूरा किया जाए।

45 एमएलडी है क्षमता

मंडलायुक्त ने नगर निगम के मुख्य अभियंता को निर्देश देते हुए कहा कि नगर निगम के अंतर्गत रोड्स के निर्माणाधीन प्रोजेक्ट्स को जल्द से जल्द पूरा किया जाए। उन्होंने वजीरगंज में बने 45 एमएलडी पम्पिंग स्टेशन एसटीपी की क्षमता वृद्धि करने के भी निर्देश दिए। मंडलायुक्त को यह भी जानकारी दी गई कि फैजुल्लागंज में 50 एमएलडी के एसटीपी लगाने को लेकर टेंडरिंग कराया जा रहा है। उन्होंने टेंडरिंग कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। सुएज के संबंधित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि नालों की जालियों की नियमित रूप से सफाई कराई जाए, जिससे नाले ओवरफ्लो न होने पाएं। मंडलायुक्त ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि कमरे में बैठकर पंचायत ना करें, अधिकारी फील्ड में जाकर काम करें।

लगातार मॉनीटरिंग की जाए

मंडलायुक्त की ओर से निर्देश दिए गए कि जो भी विकास कार्य चल रहे हैैं, उनकी लगातार मॉनीटरिंग भी की जाए, जिससे समयबद्ध तरीके से काम पूरा हो सके। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि एसटीपी की क्षमता बढ़ने से पब्लिक को बेहतर ड्रेनेज सिस्टम की सुविधा मिल सकेगी, ऐसे में इस कार्य को भी उच्च स्तरीय लेवल पर जल्द से जल्द पूरा कराया जाए।