लखनऊ (ब्यूरो)। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का नाम लेकर सरकारी नौकरी लगवाने का मामला सामने आया है। दो व्यक्तियों के बीच बातचीत का ऑडियो वायरल होने पर डिप्टी सीएम के निजी सचिव ने गौतमपल्ली थाने में शिकायत की है। जिसके बाद पुलिस ने दो अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ आईपीसी की धारा 420 (धोखाधड़ी) और 500 (मानहानि के लिए दंड) के तहत मुकदमा दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।

बदनाम करने की साजिश

शिकायत में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के निजी सचिव प्रवीण कुमार वर्मा ने बताया कि बीते दिनों दो लोगों की मोबाइल बातचीत का एक ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। इस ऑडियो में सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का भी नाम लिया जा रहा है। जिसपर डिप्टी सीएम ने इसे उन्हें बदनाम करने की साजिश बताते हुए बातचीत करने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने को कहा था। शिकायत के आधार पर गौतमपल्ली थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है।

साइबर सेल की मदद

शिकायत के आधार पर गौतमपल्ली थाना पुलिस अब साइबर पुलिस की भी मदद ले रही है। पुलिस पता करेगी कि यह ऑडियो कहां से वायरल किया गया है? किन-किन गु्रपों में चलाया गया है? बातचीत करने वाले ये दोनों शख्स कौन हैं? क्यों डिप्टी सीएम का नाम लिया जा रहा है? इन तमाम सवालों के जवाब के लिए पुलिस ने टीमें गठित कर दी हैं। गौतमपल्ली थाना इंस्पेक्टर रिकेश कुमार सिंह ने बताया कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

बनाई थी फर्जी आईडी

बता दें कि डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के नाम से सोशल मीडिया प्लेटफार्म फेसबुक में फर्जी पेज भी बनाया गया था। इसकी जानकारी होने पर जालसाज से आईडी डिलीट करने को कहा गया था, बावजूद इसके आईडी को चलाया जा रहा था। जिस पर गौतपल्ली थाना पुलिस ने एफआईआर दर्ज की थी।

डिप्टी सीएम केशाव प्रसाद मौर्य के निजी सचिव प्रवीण वर्मा की तरफ से तहरीर दी गई है। दो अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोपियों की पहचान की जा रही है।

-अपर्णा रजत कौशिक, डीसीपी सेंट्रल