लखनऊ (ब्यूरो)। केजीएमयू के ट्रॉमा में रोजाना 200 से अधिक मरीजों का आना होता है, जिसमें करीब 70 से अधिक मरीजों को भर्ती किया जाता है। ऐसे में तीमारदारों को इलाज के लिए हर जगह कैश की जरूरत पड़ती है क्योंकि कार्ड या स्कैन की सुविधा न होने की वजह से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। वहीं कैश निकालने के लिए एटीएम पर लोगों की लंबी लाइन लगी रहती थी, लेकिन जल्द ही पहले फेज के तहत ट्रॉमा में इलाज के लिए कैशलेस सुविधा का लाभ मिलेगा। वहीं दूसरे फेज के तहत लारी कार्डियोलॉजी और तीसरे फेज के तहत ओपीडी में यह सुविधा शुरू की जायेगी।
ई-हॉस्पिटल से जुड़ेगा खाता
ट्रॉमा में इलाज के लिए मरीजों को कई मोड में कैशलेस की सुविधा मिलेगी, जिसके तहत तीमारदार एकमुश्त रकम जमा कर सकते हैं। इसे ई-हॉस्पिटल सिस्टम से जोड़ा जायेगा। मरीज के इलाज का खर्च इसी खाते से कट जाएगा। अगर इलाज के बाद पैसा बच जाता है तो बकाया राशि को वापस कर दिया जाएगा। साथ ही अगर पैसा कम पड़ता है तो टॉपअप कराने की भी सुविधा रहेगी। ऐसे में बार-बार कैश लाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
कार्ड व स्कैन की भी सुविधा
इसके अलावा लोगों को कार्ड व बारकोड स्कैन से भी इलाज के खर्च का पेमेंट करने की सुविधा दी जायेगी। इसके लिए काउंटर पर स्वॉप मशीन के साथ बारकोड भी लगाये जाएंगे। जिसे स्कैन करके तीमारदार पेमेंट कर सकेंगे। ऐसे में लोगों को बिना वजह की भाग दौड़ से राहत मिलेग। और पूरा ध्यान केवल मरीज की तीमारदारी में रहेगा।
जल्द मिलेगी सुविधा

केजीएमयू ट्रॉमा के सीएमएस डॉ। संदीप तिवारी के मुताबिक यहां लंबे समय से कैशलेस सुविधा की मांग हो रही थी क्योंकि बाहर से आने वाले मरीज अधिक कैश लेकर नहीं आते हैं। उन सभी की दिक्कतों को देखते हुए ट्रॉमा में अगले हफ्ते व दस दिनों में कैशलेस सुविधा कर दी जाएगी, जिससे तीमारदारों को काफी राहत मिलेगी।

पहले फेज के तहत ट्रॉमा में कैशलेस की सुविधा मिलेगा। इसके बाद लारी व ओपीडी में भी सुविधा शुरू की जायेगी। डॉ। संदीप तिवारी, सीएमएस ट्रॉमा