- सीएम ने 1,065 चिकित्सा अधिकारियों को दिए नियुक्ति पत्र

- आयुष टेलीमेडिसिन सेवा शुरू करने वाला यूपी पहला राज्य

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LUCKNOW:

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यूपी को हेल्थ टूरिज्म का नया केंद्र बनाया जाएगा। वेलनेस सेंटर इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। इन सेंटरों में अभी योग का प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जबकि भविष्य में अन्य विधियों का भी प्रशिक्षण दिया जाएगा। योगी ने कहा कि दुनिया अब आयुर्वेद, योग और नैचुरोपैथी जैसी भारतीय चिकित्सा पद्धति की ओर आशा भरी निगाहों से देख रही है। कोविड काल के अनुभवों ने प्राचीन भारतीय ऋषि परंपरा की देन इन चिकित्सा विधियों को वैश्विक स्वीकार्यता दी है।

नियुक्ति पत्र बांटे

सीएम ने सोमवार को अपने सरकारी आवास पर आयोजित कार्यक्रम में मिशन रोजगार के अंतर्गत आयुष विभाग के 1065 आयुर्वेद व होम्योपैथिक चिकित्सा अधिकारियों को नियुक्ति पत्र वितरित किए। उन्होंने 142 वेलनेस सेंटरों का भी उद्घाटन किया। कार्यक्रम में प्रतीकात्मक रूप से उन्होंने 11 चिकित्सा अधिकारियों को नियुक्ति पत्र दिए, बाकी को जिलों के माध्यम से और ऑनलाइन नियुक्ति पत्र जारी किए गए। पांच नव नियुक्त चिकित्साधिकारियों से उन्होंने वर्चुअल संवाद भी किया। योगी ने आयुष टेलीमेडिसिन सेवा का भी शुभारंभ किया। आयुष टेलीमेडिसिन सेवा शुरू करने वाला यूपी पहला राज्य है। इसके तहत कोई भी व्यक्ति घर बैठे आयुष डॉक्टरों से आनलाइन परामर्श ले सकेगा।

नए शोध का दिया सुझाव

योगी ने चिकित्साधिकारियों को वनस्पतियों के औषधीय गुणों के संबंध में नए शोध करने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि दादी-नानी के जिन नुस्खों को पुरातन मानकर उनकी उपेक्षा की जाती थी, आज कोविड काल में वही काढ़ा, तुलसी, गिलोय, हल्दी व काली मिर्च आदि हमारे लिए जीवनदायिनी साबित हो रही हैं। आयुष राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धरम सिंह सैनी ने कहा कि कोरोना महामारी में आयुर्वेद बड़ा सहारा बनकर सामने आया है। कार्यक्रम में आयुष विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रशांत त्रिवेदी व विशेष सचिव राजकमल यादव आदि मौजूद रहे।

पहले चरण में 16 जिलों में शुरू हुई आयुष टेलीमेडिसिन सेवा

पहले चरण में गोरखपुर, अयोध्या व लखनऊ सहित प्रदेश के 16 जिलों की 384 डिस्पेंसरी को आयुष टेलीमेडिसिन सेवा से जोड़ा गया है। जल्द ही अन्य जिलों में भी यह सेवा शुरू की जाएगी।