LUCKNOW: वर्ष 2020 में खाकी की कार्यप्रणाली बदली तो वहीं उसने कोरोना काल में लखनवाइट्स के दिलों में भी जगह बनायी। जब कोरोना के चलते लगे लॉकडाउन के बाद हजारों मजदूर अपने घरों को लौटने लगे तो न सिर्फ कमिश्नरेट पुलिस ने कानून-व्यवस्था को संभाला बल्कि प्रशासन के साथ मिलकर सभी के लिए राशन पानी का भी प्रबंध किया। जब भी किसी बुजुर्ग लखनवाइट्स ने इलाज या फिर दवाई के इंतजाम के लिए पुलिस का दरवाजा खटखटाया तो फौरन ही उसने उनकी मदद की। जिससे उसने सभी के दिलों में अपनी अलग जगह भी बनाई।

कमिश्नरेट सिस्टम लागू किया

बीती 13 जनवरी लखनऊ पुलिस के लिए सबसे बड़ा दिन रहा। लॉ एंड ऑर्डर को और चुस्त दुरुस्त रखने के लिए इसी दिन सूबे की राजधानी में पुलिस कमिश्नरेट सिस्टम लागू किया गया। जिसके पहले कमिश्नर बने आईपीएस सुजीत पांडेय। लखनऊ के 40 थाने पुलिस कमिश्नर सिस्टम के तहत शामिल हुए, जबकि पांच ग्रामीण थानों को इससे अलग ही रखा गया। कमिश्नरेट सिस्टम में पुलिस को ऐसे अधिकार मिले जिससे उसे लॉ एंड ऑर्डर मेंटेन करने में काफी मदद मिली।

महिलाओं की सुरक्षा पर जोर

इस साल कमिश्नरेट पुलिस ने महिला सुरक्षा पर भी अपना फोकस रखा और इस दिशा में कई महत्वपूर्ण कदम भी उठाए। जिसमें पिंक बूथ एक बड़ा कदम माना गया। हाई सुविधाओं से लैस इन बूथों पर केवल महिला पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई। जिससे किसी भी पीडि़त महिला को अपनी समस्या बताने में किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत न हो। इसके साथ ही महिला पुलिस कर्मियों को पेट्रोलिंग के लिए पिंक स्कूटी से लैस किया गया।