- दुबई के बुर्ज खलीफा और मायानगरी के नाम पर सैकड़ों लोगों से करोड़ों ठगे थे

- पुलिस आरोपी के 9 साथियों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है

- 59 करोड़ से ज्यादा रकम लोगों से ठगी

LUCKNOW: एक चाय का होटल चलाने वाले ने ठगी का ऐसा जाल बुना कि वह देखते ही देखते न केवल करोड़ों का मालिक बन गया बल्कि दुबई से लेकर माया नगरी का सपना दिखाकर सैकड़ों लोगों को अपना शिकार बना लिया। इतना ही नहीं वह कई वर्षो तक पुलिस को चकमा भी देता रहा। वह पहले लोगों में विश्वास जगाता और फिर उन्हें चूना लगाकर चंपत हो जाता था। हालांकि इस बार पुलिस ने उसे धर दबोचा। गोसाईंगंज पुलिस ने दुबई के बुर्ज खलीफा में जमीन दिलाने का झांसा देने वाले अलास्का कंपनी के सरगना हरिओम यादव को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। हरिओम के गिरोह ने सैकड़ों लोगों से जमीन दिलाने के नाम पर 59 करोड़ की धोखाधड़ी की थी। इससे पहले पुलिस उसके नौ साथियों को दबोचा था।

इंटर पास डायरेक्टर के सात अकाउंट सीज

गोसाईगंज इंस्पेक्टर धीरेंद्र कुशवाहा ने बताया कि हरिओम को चांद सराय के पास से पकड़ा गया है। आरोपी 10 जून को परिवार संग शहर छोड़ कर फरार हुआ था, जिसकी तलाश में कई टीमें लगी थीं। इंटर पास हरिओम कुछ साल पहले तक चाय का होटल चलाता था। इंस्पेक्टर के अनुसार, गिरोह में शामिल 6 लोग फरार हैं, जिन्हें पुलिस तलाश रही है। वहीं, अलास्का कंपनी के सात बैंक खाते भी सीज कराये गये हैं।

550 लोगों को बना चुका ठगी का शिकार

गोसाईंगंज में अलास्का रियल स्टेट कंपनी का डायरेक्टर हरिओम ने ऑफिस खोलकर दुबई-मुंबई में निवेश के नाम पर लोगों से 59 करोड़ की ठगी की थी। मामले में कंपनी के डायरेक्टर समेत 8 लोगों को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। ठगी का आरोप लगाते हुए 111 लोगों ने शिकायतें की थीं। अब तक 550 लोगों के साथ ठगी सामने आई है। 5 फरार जालसाजों की गिरफ्तारी अभी होनी है। सदरपुर करोरा सकटू का पुरवा गांव के पास अलास्का रियल स्टेट कंपनी का कार्यालय खोल कर पांच प्रतिशत मासिक ब्याज पर लोगों का पैसा जमा करवाया गया था। हरिओम ने लोगों को अपने जाल में फंसाने के लिए कुछ महीने तक कुछ लोगों को ब्याज समेत पैसे वापस किये ताकि लोगों में अपना विश्वास जमा सके।

दुबई टू मायानगरी कनेक्शन

हरिओम दुबई व मुंबई में भी ठगी का नेटवर्क मजबूत करने में लगा था। वह लोगों को दुबई के बुर्ज खलीफा में निवेश कराने का झांसा देता था। यहीं नहीं माया नगरी में अपने कांट्रेक्ट को इस कदर से शो करता था कि लोग उसके ऊपर विश्वास कर लेते थे। इसके लिए उसने लखनऊ में एक छोटे बजट की मूवी की शूटिंग भी की थी। हालांकि उस मूवी का क्या हुआ उसके बारे में पुलिस को भी जानकारी नहीं है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार ठगी की रकम 59 करोड़ से भी ज्यादा हो सकती है। जालसाज हरिओम के सात बैंक खातों का पता चला है, जिनमें जमा निकासी की गई है। खाते सीज कराने की कार्रवाई की जा रही है। 6 फरवरी को कृष्णानगर में इसी कंपनी का पांच करोड़ रुपया पकड़ा गया था। उस समय हरिओम व उसके सात साथी गिरफ्तार किये गये थे।

ठग कंपनी ने 9 खिलाड़ी गिरफ्तार, बाकी फरार

गोसाईगंज पुलिस ने एसटीएफ की मदद से सकटू का पुरवा निवासी कंपनी मालिक व एमडी हरिओम यादव को गिरफ्तार कर लिया। इससे पहले पुलिस ने उसके भाई ओम सिंह यादव, शेखनापुर निवासी डायरेक्टर सुभाष चंद्र यादव, गंगाखेड़ा हसनापुर के ललित कुमार वर्मा, बरुआ गांव के सुरेन्द्र कुमार यादव, मुंशीगंज के गजल सिंह, बसतौली के आशीष कुमार वर्मा, अमेठी के नंद किशोर यादव, बाराबंकी के अवधेश कुमार मिश्रा, शेखनाघाट के कौशलेंद्र यादव समेत 9 को पकड़ा था। हालांकि अभी ठग कंपनी के खिलाड़ी अयोध्या के बृजेंद्र श्रीवास्तव, बाराबंकी के शैलेंद्र सोहना, रानीखेड़ा के राकेश कुमार, अमेठी की रुपाली गुप्ता, सकटू का पुरवा निवासी राम सिंह यादव समेत 5 लोगों की तलाश की जा रही है।