लखनऊ (ब्यूरो)। राजधानी में बच्चा चोरी करने वाला 'भिखारी गैंग' एक्टिव है। यह गैंग अकेले खेलते बच्चों को पकड़ रहा है। पिछले दिनों आए इस तरह के कई केसों ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। यह गिरोह एक से पांच साल के बच्चों को अपना शिकार बनाता है और फिर उन्हें बेच देता है। इन अपराधियों की मॉडस ऑपरेंडी क्या होती है? वे किस तरह वारदात को अंजाम देते हैं? किस तरह बच्चों को सुरक्षित रखा जाए? पढ़ें इन तमाम सवालों के जवाब तलाशती दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की खास रिपोर्ट

एक्टिव हुई पुलिस

बाजारखाला थाना क्षेत्र में बच्चा चोरी का एक मामला सामने आया। यहां रहने वाले एक व्यक्ति ने पुलिस से शिकायत करते हुए बताया कि उसका दो साल का बेटा घर के बाहर से गायब हो गया है। बच्चे की काफी तलाश की गई, लेकिन वह कहीं नहीं मिला। बच्चे ने वुलेन चेकदार स्वेटर व लाल रंग का जूता पहना था। शिकायत पर पुलिस हरकत में आई। सीसीटीवी कैमरा खंगाला गया तो एक शख्स उस बच्चे को ले जाता हुआ कैद हो गया। जिसके बाद पुलिस ने आरोपी मुख्तार अली को कैंट थाना क्षेत्र से गिरफ्तार कर बच्चे को बरामद कर लिया। पुलिस अब इस तरह के गैंग पर शिकंजा कसने की तैयारी कर रही है।

तीन टीमें कर रहीं काम

बता दें कि शहर में बच्चा चोरी का यह केस पहला नहीं है। इससे पहले भी इस तरह के कई मामले सामने आ चुके हैं। साथ ही पुलिस ने कई गिरोह का भी भंडाफोड़ किया है और कई आरोपी गिरफ्तार भी हुए हैं। पुलिस ने इस तरह के गैंग्स के सदस्यों को पकड़ने के लिए तीन टीमें लगाई हैं। वहीं, बाजारखाला थाना प्रभारी का कहना है कि हाल ही में पकड़े गए आरोपी से गिरोह के बारे में जानकारी जुटाई गई थी। बहराहल, पुलिस ने उसे जेल भेज दिया है। अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी को लेकर टीम जांच कर रही है।

ऐसे देते हैं वारदात को अंजाम

पुलिस के मुताबिक, अबतक पकड़े गए अपराधियों से पता चला कि इनका गैंग कई जगहों पर फैला है। यह गैंग भीख मांगने के बहाने बच्चों को टॉफी व चॉकलेट का लालच देकर उठा ले जाता है, जिसके बाद इनको भीख मांगने वाले गिरोह को बेच दिया जाता है।

भीख मांगने के बहाने आते हैं आरोपी

बच्चा चोरी करने वाले गिरोह में अक्सर देखा गया है कि आरोपी भीख मांगने के बहाने एरिया में घूमते रहते हैं और मौका पाकर बच्चों को चोरी कर ले जाते हैं। पुलिस का कहना है कि ज्यादातर गैंग का बाहरी राज्यों के लोगों से लिंक रहता है, जिससे कई बार बच्चों को दूसरी जगहों पर शिफ्ट कर दिया जाता है। बीते माह जीआरपी पुलिस ने भी एक गैंग का भंडाफोड़ किया था, जो बच्चा चोरी कर ट्रेन के माध्यम से दूसरे राज्यों में उन्हें बेचने के लिए ले जा रहा था।

इन बातों का रखें ख्याल

- अपने बच्चे को घर के बाहर अकेला न छोड़ें।

- संदिग्ध लोगों से हमेशा अलर्ट रहें।

- कोई संदिग्ध दिखे तो सूचना पुलिस को दें।

- आसपास के लोगोंं को भी इसके बारे में अवेयर करें।

- कई बार बच्चे खेलते हुए दूसरी जगह चले जाते हैं।

- बच्चा गायब होने पर फौरन इसकी सूचना पुलिस को दें।

केस 1

- जून 2022 में पारा थाना क्षेत्र में 23 दिन का बच्चा चोरी कर लिया गया था, इसके बाद पुलिस ने सीसीटीवी और सर्विलांस टीम की मदद से मामले में महिला समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया था। आरोपियों ने बच्चे का दो लाख रुपये में सौदा किया था।

केस 2

- चारबाग रेलवे स्टेशन पर दो साल के बच्चे को चोरी कर लिया गया था। जीआरपी पुलिस ने फुटेज खंगाला तो बच्चा चोरी करने वाले की पहचान हो गई। टीम ने आरोपी को गिरफ्तार कर बच्चा बरामद किया। पूछताछ में सामने आया कि बच्चे का 20 हजार में सौदा हुआ था।