LUCKNOW: साइकिल चलाने से बॉडी फिट रहती है और इम्युनिटी सिस्टम भी मजबूत होता है। इन दिनों हम सबको कोरोना से बचने के लिए इम्युनिटी सिस्टम बेहतर रखना है। ऐसे में साइकिलिंग से अच्छा दूसरा विकल्प नहीं है। जिस तरह हम अपने बचपन के दोस्तों की यादें दिलों में संजोए रखते हैं, ठीक उसी तरह कहीं न कहीं साइकिल से जुड़ी यादें भी हमसे हमेशा जुड़ी रहती हैं। मैं दोस्तों के साथ साइकिल से ही स्कूल जाता था। इस दौरान दोस्तों के साथ पूरे रास्ते मस्ती करते हुए सफर कटता था। आज भी खाली समय वो यादें मुझे पुराने दिनों में खो जाने पर मजबूर कर देती हैं।

चलो उल्टी साइकिल चलाई जाए

एक बार हम सभी दोस्तों ने सोचा कि साइकिल तो हमेशा सीधे होकर ही चलाते हैं क्यों न एक बार इसे उल्टा चलाकर देखा जाए। फिर क्या था, जब ऐसा किया और चंद पलों में ही हमारी साइकिलें आपस में भिड़ गई और हम जमीन पर आ गिरे। उसी समय मैंने तय कर लिया कि अब हमेशा सीधी साइकिल ही चलाऊंगा। उन दिनों आने-जाने के ज्यादा साधन नहीं होते थे। कहीं भी दोस्तों के साथ जाना होता था तो साइकिल ही हमारा साधन बनती थी। आज आने-जाने के लिए कई साधन मौजूद हैं लेकिन साइकिल जैसी फिटनेस देने वाला इनमें कोई नहीं है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के माध्यम से मैं आप सभी से अपील करता हूं कि रोज साइकिल चलाएं और फिर रहें।

प्रो। एके सिंह, वीसी अटल बिहारी वाजपेयी मेडिकल यूनिवर्सिटी