लखनऊ (ब्यूरो)। इसमें यूजर्स की मिली राय में सबसे बड़ी जिम्मेदारी स्कूल प्रशासन की मानी गई। यूजर्स ने स्कूल प्रशासन की जिम्मेदारी को सर्वाधिक 38 फीसद वोट मिले। वहीं 26 फीसद यूजर्स ने माना कि प्रशासन को मसले पर गंभीर होना चाहिए। सर्वे के मुताबिक, यूजर्स ने सर्वाधिक जिम्मेदारी स्कूल प्रशासन की मानी है क्योंकि स्कूल वाले ट्रांसपोर्टेशन के नाम पर मोटी फीस वसूलते हैं। ऐसे में उनको सभी नियमों का पालन करना चाहिए। क्योंकि बच्चे सबसे ज्यादा समय स्कूल और स्कूली वाहन में बिताते है।

प्रशासन भी हो गंभीर
इसके बाद, दूसरे आप्शन के तौर पर प्रशासन को मसले पर गंभीर होना माना गया। यूजर्स के मुताबिक प्रशासन को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि जो भी स्कूली वाहन इस्तेमाल हो रहे है वो सभी नियमों का पालन कर रहे हैं कि नहीं। साथ ही नियमों का पालन न करने वालों पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। इसके अलावा समय-समय पर औचक निरीक्षण भी करते रहना चाहिए। ताकि स्कूल प्रशासन और ड्राइवर सभी नियमों का सख्ती से पालन करें। जिससे बच्चों का सफर सुरक्षित बना रहे।

सभी को उठानी पड़ेगी जिम्मेदारी
सर्वे में यूजर्स द्वारा पैरेंट्स को भी बच्चों की जिम्मेदारी का ख्याल रखने के बात कही, क्योंकि पैरेंट्स को भी पूरा ध्यान रखना चाहिए कि जिस स्कूली वाहन से उनका बच्चा जा रहा है, वो पूरी तरह से सुरक्षित और उसमें नियमों का पालन किया जा रहा है कि नहीं। साथ ही समय-समय पर स्कूल प्रबंधन से इसकी जानकारी हासिल करते रहना चाहिए। खासतौर पर ड्राइवर के बारे में जानकारी जुटाकर रखनी चाहिए। जिससे कोई भी समस्या होने पर संपर्क किया जा सके।

सर्वे में पूछा गया सवाल
घर से स्कूल तक जाने और वापस आने तक आपके बच्चों का सफर सुरक्षित कैसे हो सकता है?

- स्कूल वाले जिम्मेदारी लें - 38 फीसद
- प्रशासन मसले पर गंभीर हो - 26 फीसद
- पैरेंट्स ही जिम्मेदारी लें - 10 फीसद
- खटारा वाहनों को हटवाएं - 16 फीसद

ऐसी रही लोगों की राय
1. स्कूल वालों को जिम्मेदारी लेनी चाहिए - नवीन मोगा
2. ऊपर वाले दोनों आप्शन को एक बना दें, सब ठीक हो जाएगा - धमेंद्र राय
3. स्कूल वालों की जिम्मेदारी होनी चाहिए। इतना ज्यादा फीस स्क्ूल वाले लेते है। उसके बाद जिम्मेदारी उनकी बनती है - अखिलेश श्रीवास्तव
4. पैरेंट्स से ज्यादा अपने बच्चों की कोई जिम्मेदारी नहीं ले सकता। स्कूलों की मनमानी पर रोक लगनी चाहिए और काईवाई भी - शमीम अली
5. इसके लिए यातायात विभाग को बच्चों की सुविधा को देखते हुए नियम बनाएं - मो। शाहबुद्दीन
6. खुद ही जिम्मेदारी उठानी पड़ेगी, पूल करके भी किया जा सकता है - नीरज श्रीवास्तव