जरा बचके रहना

वेब 2.0, क्लाइंट साइड अटैक, मैशअप टेक्नोलॉजी अटैक, टारगेट मैसेजिंग अटैक, ब्राउजर बेस्ड अटैक, वीडियो शेयरिंग अटैक, इंसटैंट मैसेज अटैक, पीडीएफ स्पाम और एक्सल स्पाम आदियह कुछ नये हथियार हैं उन बैड ब्वायज के जिन्हें हम हैकर्स के नाम से जानते हैंचाइना ने जो वायरस तैयार किया है उसमें सबसे फेमस है अरोरा नाम की एक्स्प्लाइेड वायरसइससे बफर ओवर फ्लो टेक्नालॉजी के थ्रू इंटरनेट एक्सपोलर को हैक किया जा सकता है

Virus crossing firewall

साइबर एक्सपर्ट रक्षित टण्डन बताते हैं कि पिछले कुछ दिनों में टारगेट मैसेजिंग अटैक काफी बढ़ गये हैंऐसे अटैक में हैकर्स का मकसद कारपोरेट कंपनी के पूरे डाटा को ना उड़ाकर किसी स्पेशल व्यक्ति के डाटा को चुराने का होता हैयह पिन प्वाइंटेड अटैक ईमेल, इंसटेंड मैसेज, सोशल नेटवर्क साइट और पीटूपी नेटवर्क के जरिए किया जाता हैयह अटैक हैकर अपने टारगेट का पर्सनल डाटा निकालने के लिए करता हैस्पैम टेक्नालॉजी में आये लाख सुधार के बावजूद हैकर्स तमाम तरह के फायरवाल, फिल्टर और गेटवेज को बायपास करके अपने टारगेट तक पहुंच ही जाते है

Attack by instant messages

हैकर ईमेल के जरिए अपने टारगेट को एक लिंक फारवर्ड करके उस लिंक को विजिट करने की गुजारिश करता हैजैसे ही यूजर उस मैलेशियस लिंक पर क्लिक करता है वैसे ही एक आटो कोड जनरेट होता है जो आप की इन्फॉरमेशन को हैकर्स तक पहुंचाने में मदद कर सकता हैइस तरह के ज्यादातर लिंक किसी भी कम्यूनिटी साइट पर चैट करते समय अक्सर सामने आते हैं या बल्क मेल के रूप में भी

Video sharing is dangerous

अपने फाइनेंशिल गेन के लिए हैकर्स ने इमेज और वीडियो के जरिए वार करना शुरू किया हैइसीलिए वीडियो शेयरिंग वेबसाइट की पॉपुलैरिटी एक बड़ा खतरा बनकर सामने आई हैंहैकर्स वीडियो या एनीमेटेड इमेज में मैलकोड को इन्सटॉल कर देते हैंयूजर जैसे ही उस इमेज या वीडियो को देखने के लिए क्लिक करता है वह मलैकोड सिस्टम में इंस्टॉल होकर अपना असर दिखाना शुरू कर देता हैहोने वाला नुकसान इंस्टॉल किए गये मैलकोड पर डिपेंड करता हैहैकर्स ने यूजर के सिस्टम को क्रैश करने के लिए कोड जनरेट किया है तो सिस्टम क्रैश होगा वर्ना यूजर की पर्सनल और प्राइवेट सभी तरह की इन्फारमेशन नेट के जरिए हैकर्स तक पहुंचती रहेगी

 

 

Hackersने निकाला नया तरीका

तमाम तरह के अटैक से ऊपर उठते हुए हैकर्स ने डायरेक्ट ब्राउजर को हिट करना शुरू किया हैमेल के जरिए आपके ब्राउजर की पहचान कर हैकर्स इस तरह के कोड जनरेट करते हैं जो ब्राउजर बेस्ड होते हैंब्राउजर वेबसाइट और यूजर के बीच ब्रिज की तरह काम करता है

Mobile devices पर बढ़ रहा खतरा

आपके मोबाइल का डेटा भी किसी वायरस अटैक से उड़ सकता है या फिर कॉपी हो सकता हैगैजेट्स स्पेशलिस्ट सुमित के मुताबिक, वाइसओवर इंटरनेट प्रोटोकाल के बढ़ते चलन से वाइस स्पेम और वाइस फिशिंग बढ़ रही हैसैकड़ों ऐसे वायरस आ चुके हैं जो सिर्फ मोबाइल डिवाइस पर अटैक करते हैंवीओआइपी तकनीक के सहारे बहुत सी कंपनियां पीसी के जरिए कम कीमत पर लांग डिसटेंस कॉल कराती हैंऐसे में हैकर्स के पास यूजर की इनफॉर्मेशन हासिल करना बहुत ही आसान हो जाता है

Latest virus are

जिन वायरस का खतरा इस समय सबसे ज्यादा है उनमें सबसे हार्मफुल वायरस है विंडोज 32 सेलेटीयह एक मालवेयर वायरस है जो सिस्टम को हैक कर लेता हैदूसरे वायरस का नाम है प्रो रैटयह ट्रोजन वायरस है जो इमेल आईडी, सिस्टम, बैंक एकाउंट, डेबिट, क्रेडिट कार्ड की इंफार्मेशन हैक कर लेता हैएक और वायरस है आईस्पीलरयह वार्म वायरस हैइसका काम आपके सिस्टम की इन्फॉर्मेशन एक लिंक के जरिये दूसरे सिस्टम पर भेज देता हैइससे आपकी मेल आईडी पूरी तरह से हैक हो जाती है

विंडोज 8 के लिए भी आ गया वायरस

विंडोज 8 के लिए भी हैकर्स ने वायरस तैयार कर लिये हैंयह वायरस ऐसा है कि जब भी आप अपने कम्प्यूटर को ऑन करेंगे तो हैकर्स को आप आन लाइन शो होने लगेंगे और वह आपकी सारी इन्फार्मेशन आसानी से चुरा सकता हैइस वायरस का नाम दिया गया है स्पाई नेटयह ट्रोजन वायरस है

इनके कम्प्यूटर को किया टारगेट

एक प्राइवेट कंपनी में काम करने वाले सुजीत चंदन बताते हैं कि उनके कम्प्यूटर पर एंटी वायरस भी है और ओरिजनल विंडोज पड़ी हैकुछ दिन पहले उनके कम्प्यूटर की स्पीड काफी स्लो हो गयीकंपनी के वेंडर से इसकी शिकायत की तो पता चला कि उनके कम्प्यूटर को हैक कर लिया गया है और उनका डेटा ट्रांसफर किया जा रहा है

क्या कहते हैं एक्सपर्ट

इस समय ऐसे कई वायरस आ गये हैं जो लोगों के कैमरे तक को हैक कर कम्प्यूटर रूम की सारी इन्फॉर्मेशन सीधे कलेक्ट कर सकता हैइन वायरस से बचने के लिए लेटेस्ट कम्प्यूटर सिक्यूरिटी बहुत जरूरी है.

- सुमि

साइबर एक्सपर्ट.