लखनऊ (ब्यूरो)। मेट्रो के सेकंड कॉरीडोर में बनने वाले स्टेशंस से निकलने वाले मुसाफिरों को राजधानी के किसी भी एरिया में जाने के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा। इसकी वजह यह है कि यह प्लानिंग की जा रही है कि कॉरीडोर में बनने वाले सभी मेट्रो स्टेशंस के बाहर सिटी बसों, ऑटो और टेंपो के रुकने के लिए स्पेस निर्धारित किया जाएगा। जिससे मेट्रो स्टेशंस से बाहर निकलने वाले लोग इन सवारी वाहनों के माध्यम से अपनी मंजिल की तरफ जा सकेंगे।

पार्किंग को लेकर इंतजाम

सेकंड कॉरीडोर में बनाए जाने वाले स्टेशंस में पार्किंग को लेकर भी इंतजाम किए जाने हैैं। प्रयास किया जा रहा है कि सभी स्टेशंस में पार्किंग के इंतजाम हों, जिससे मेट्रो से सफर करने वाले लोग अपने वाहन आसानी से पार्क कर सकें। फस्र्ट कॉरीडोर में कई स्टेशंस में पार्किंग की समस्या देखने को मिल रही है।

छोटी दुकानों पर फोकस

अभी फस्र्ट कॉरीडोर में मेट्रो स्टेशंस के अंदर भी दुकानें नजर आती हैैं और मेट्रो स्टेशंस के बाहर भी। सेकंड कॉरीडोर में यह प्लानिंग की गई है कि स्टेशंस के अंदर दुकानों के कांसेप्ट को समाप्त कर दिया जाए। इसके स्थान पर स्टेशंस के बाहर छोटी-छोटी दुकानों के कांसेप्ट को लाया जाए। जिससे मेट्रो की आय भी बढ़े साथ ही लोगों को डिफरेंट फूड वैरायटी मिल सके। यह भी स्पष्ट है कि बसंतकुंज में मेट्रो का डिपो बनाया जाना है। इसको लेकर भी तैयारियां शुरू कर दी गई हैैं। शासन से सेकंड कॉरीडोर की स्वीकृति मिलते ही इस दिशा में कवायद शुरू कर दी जाएगी। वहीं यह भी प्लानिंग की जा रही है कि यात्रियों को कुछ अन्य विशेष सुविधाएं भी दी जाएं। इस समय फस्र्ट कॉरीडोर में प्रतिदिन करीब 70 हजार यात्री सफर कर रहे हैैं।