लखनऊ (ब्यूरो)। राजधानी में बुखार के साथ डेंगू और चिकनगुनिया भी फैला हुआ है। पर बुखार के बाद लोगों में अन्य तरह की समस्याएं भी सामने आने लगी हैं। लोगों के चेहरे और हाथ-पैर पर खासतौर पर काले धब्बे या स्किन का उखडऩा आदि समस्या हो रही है। डॉक्टर्स के मुताबिक, चिकनगुनिया होने के बाद इस तरह की समस्या देखने को मिलती है। इस तरह के कई केस देखने को मिल रहे हैं।

चिकनगुनिया के चलते समस्या

केजीएमयू में स्किन विभाग की एचओडी डॉ। स्वास्तिका ने बताया कि चिकनगुनिया के चलते चेहरे और हाथ-पैर पर धब्बे या रैशेज हो जाते हैं। इस तरह के 2-4 केस रोज देखने को मिल रहे हैं। चिकनगुनिया बुखार के 2-4 सप्ताह के बाद ऐसा देखने को मिलता है, जिसके चलते पिगमेंटेशन के कारण नाक पर चिक साइन जैसे हो जाते हैं। इसके अलावा त्वचा का फड़कना और छिलना भी हो सकता है। इसके बढऩे से जहरीले एपिडर्मल नेक्रोलियस जैसे प्रेजेंटेशन या अंडकोश या जननांग अल्सर भी हो सकता है। हालांकि, यह समस्या अमूमन अपने आप सही हो जाती है। इसके अलावा सामयिक और ओरल एंटीबायोटिक दवाओं के साथ उपचार किया जाता है।

एक फीसदी में होता है संक्रमण

बलरामपुर अस्पताल के त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ। एमएच उस्मानी का कहना है कि डेंगू, चिकनगुनिया, वायरल फीवर, टायफाइड के करीब एक फीसदी मरीजों में यह संक्रमण होता है। जिसकी वजह से चेहरे पर काले धब्बे और त्वचा पर रैशेज पड़ जाते हैं। इस बार बुखार से ज्यादा लोग पीडि़त हुए हैं, इसलिए यह समस्या ज्यादा देखने को मिल रही है। ओपीडी में रोजाना करीब 4-5 मरीज इसी समस्या के साथ आ रहे हैं। हालांकि, ये धब्बे दो से तीन माह में ठीक हो जाते हैं, पर समय रहते इनका इलाज करवा लेना चाहिए।