लखनऊ (ब्यूरो)। अलीगंज के फतेहगंज में डायरिया का प्रकोप बढऩे पर स्वास्थ्य विभाग ने मरीजों के सैंपल लेकर जांच के लिए केजीएमयू भेजे थे। डिप्टी सीएमओ द्वारा बताया गया कि एक सैंपल रिपोर्ट में विब्रियो कालरा की पुष्टि हुई है। ऐसे में उस एरिया के लोगों से अपील की गई है कि वे पानी अच्छे से उबाल और छानकर ही पीएं। गौरतलब है कि करीब एक साल पहले भी राजधानी के बालू अड्डा एरिया में कालरा ने आतंक मचाया था।

एक सैंपल में हुई पुष्टि

गौरतलब है कि फतेहगंज गांव में बीते एक हफ्ते से डायरिया का प्रकोप फैला हुआ था। करीब 200 से अधिक लोग इसकी चपेट में आए थे और 30 से अधिक लोगों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती तक कराना पड़ा था। जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ। मिलिंद वर्धन के मुताबिक 7 से 8 सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे। जिसमें एक सैंपल में विब्रियो कालरी का पुष्टि हुई है। इस एरिया में बुधवार को डायरिया का एक भी मरीज नहीं मिला है।

गंदे पानी से होता है संक्रमण

केजीएमयू में माइक्रोबायोलॉजिस्ट डॉ। शीतल वर्मा के मुताबिक विब्रियो कालरा एक प्रकार का बैक्टीरिया है। जिसकी वजह से दस्त लगते हैं। यह डायरिया का ही एक प्रकार है। यह अमूमन गंदे पानी में पनप जाता है, जो सीवेज में होता है। ऐसे में सीवेज व पाइप लाइन को सही करने के साथ अगर उसमें कोई लीकेज हो तो उसे ठीक करना चाहिए। साथ ही पीने का पानी और सीवेज सिस्टम को अलग रखना चाहिए।

इन चीजों का रखें ध्यान

- पानी को अच्छी तरह उबाल कर और छानकर ही पिएं

- घर के आसपास साफ सफाई रखें

- शरीर में पानी की कमी न होने दें

- बाहर का खाना खाने से बचें

- दिक्कत होने पर तुरंत डॉक्टर से सलाह लें

सात-आठ लोगों के सैंपल जांच के लिए केजीएमयू भेजे गए थे। एक की रिपोर्ट में विब्रियो कालरा की पुष्टि हुई है। फिलहाल स्थिति पूरी तरह से सामान्य है।

-डॉ। मिलिंद वर्धन, जिला सर्विलांस अधिकारी