लखनऊ (ब्यूरो)। मरीजों को बेहतर इलाज मुहैया कराने के लिए मेडिकल साइंस को तकनीक से जोड़ने की जरूरत है। इससे मरीजों को जल्द बीमारी से निजात दिलाने में मदद मिलेगी। चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में नए आयाम गढ़ने में भी सहायता मिल सकती है, ये बातें रविवार को डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने अटल बिहारी वाजपेई मेडिकल यूनिवर्सिटी के चौथे स्थापना दिवस समारोह के दौरान कहीं।

योजनाओं का मिल रहा लाभ

कार्यक्रम के दौरान डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं में तेजी से सुधार हो रहा है। केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं को बेहतर तरीके से लागू किया जा रहा है। अधिक से अधिक पात्र मरीजों को योजनाओं का लाभ प्रदान किया जा रहा है। सरकारी अस्पतालों में मरीजों को फ्री इलाज की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। इसमें जांच से लेकर दवाएं तक मुफ्त दी जा रही हैं। डायलिसिस से लेकर सीटी स्कैन की सुविधा मरीजों को फ्री उपलब्ध कराई जा रही है।

एमबीबीएस डॉक्टरों की कमी दूर होगी

डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि योगी सरकार के मार्गदर्शन में सभी जनपदों में मेडिकल कॉलेज खोलने की प्रक्रिया चल रही है। इसमें एमबीबीएस डॉक्टर तैयार किए जा रहे हैं। साथ ही इलाज की राह भी आसान हुई है। मरीजों को उनके जनपद में बेहतर इलाज मिल रहा है। अभी तक प्रदेश के मेडिकल, डेंटल, नर्सिंग व पैरामेडिकल कॉलेज अलग-अलग यूनिवर्सिटी से संबद्ध थे। इससे कोर्स, परीक्षा और परिणाम अलग-अलग समय पर घोषित होते थे। इसकी वजह से छात्रा-छात्राओं को खासी दिक्कतें झेलनी पड़ती थीं। शैक्षिक सत्र की गाड़ी को पटरी पर लाने में अटल मेडिकल यूनिवर्सिटी बेहतर काम कर रही है। अब तक प्रदेश के 47 मेडिकल कॉलेज संबद्ध किए जा चुके हैं। 14 डेंटल कॉलेज, 254 नर्सिंग कॉलेज, 48 पैरामेडिकल कॉलेजों सहित अब तक कुल 365 कॉलेज यूनिविर्सटी से संबद्ध हैं।

इंवेंशन को मिलेगा बढ़ावा

वहीं, वीसी डॉ। संजीव मिश्रा ने बताया कि यूनिवर्सिटी जल्द ही अपने नए परिसर में शिफ्ट होगी। जहां मेडिकल रिसर्च और स्किल लैब के लिए व्यवस्था की जायेगी। साथ ही हेल्थ को बढ़ावा देने के लिए एमपीएच प्रोग्राम में शुरू किया जाएगा। न्यू एजुकेशन पॉलिसी के तहत यूनिवर्सिटी, इंजीनिसरिंग कॉलेजों के साथ मिलकर ज्वाइंट प्रोग्राम चलायेगा, जिससे इंवेंशन को बढ़ावा मिलेगा। इस दौरान, चिकित्सा शिक्षा राज्य मंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह, प्रमुख सचिव पार्थ सारथी सेन शर्मा, अपर मुख्य सचिव राज्यपाल डॉ। सुधीर एम बोबड़े समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।