लखनऊ (ब्यूरो)। दोनों प्वाइंट्स पर लंबे समय से फ्लाईओवर्स की जरूरत महसूस की जा रही थी। इसकी वजह यह है कि दोनों प्वाइंट्स बेहद व्यस्त हैैं और हजारों वाहन सवार यहां से गुजरते हैैं। जिसकी वजह से अक्सर जाम की स्थिति बनी रहती है। इसे ध्यान में रखते हुए ही सांसद लखनऊ राजनाथ सिंह की ओर से उक्त दोनों प्वाइंट्स पर फ्लाईओवर्स संबंधी प्रस्ताव तैयार किया गया था, जिसे स्वीकृति मिल चुकी है।

नवंबर से शुरू होना था काम
पहले उक्त दोनों फ्लाईओवर्स का निर्माण नवंबर माह से शुरू होना था लेकिन तकनीकी कारणों से ऐसा संभव नहीं हो सका। जिसके बाद अब प्रयास किया जा रहा है कि दिसंबर के अंतिम सप्ताह या नए साल के पहले सप्ताह में इसका काम शुरू करा दिया जाए। जिससे जल्द से जल्द जनता को जाम रूपी समस्या से निजात मिल सके।

फ्लाईओवर्स एक नजर में
आईआईएम फ्लाईओवर की बात करें तो यह फ्लाईओवर आईआईएम से मडिय़ांव क्रॉसिंग तक बनाया जाएगा। इसकी लागत करीब 180 करोड़ रहेगी। वहीं दूसरी फ्लाईओवर खुर्रम नगर से सेक्टर 25 इंदिरानगर तक बनाया जाएगा। खास बात यह भी है कि फ्लाईओवर्स के अंतर्गत आने वाले चौराहों पर अंडरपास भी बनवाए जाएंगे। जिससे फ्लाईओवर्स के नीचे भी ट्रैफिक व्यवस्था बेहतर रहे।

इनकी मिल चुकी है सौगात
अभी तक की बात की जाए तो विक्टोरिया स्ट्रीट, लाल कुआं, टेढ़ी पुलिया, राजाजीपुरम और कुकरैल फ्लाईओवर के कार्य पूरे हो चुके हैैं, वहीं रायबरेली रोड से उतरेठिया और शहीद पथ से एयरपोर्ट एवं बंगला बाजार रेलवे लाइन के ऊपर पुल के निर्माण का कार्य तेजी से चल रहा है। उक्त सभी कार्य पूरे हो जाने से निश्चित रूप से राजधानी की ट्रैफिक व्यवस्था स्मूथ हो जाएगी।

लगातार हो रही समीक्षा
राजधानी में जो भी फ्लाईओवर निर्माण कार्य चल रहे हैैं, उनकी प्रगति को लेकर उच्च स्तर पर लगातार समीक्षा भी की जा रही है। जिससे जल्द से जल्द सभी कार्य पूरे हो सकें और कोई बाधा सामने न आए।

जल्द शुरू होगा काम
लखनऊ कानपुर एक्सप्रेस-वे का काम भी जल्द शुरू होने जा रहा है। इस प्रोजेक्ट का डीपीआर भी फाइनल हो चुका है और उसे स्वीकृति के लिए केंद्र सरकार के पास भेजा गया है। उम्मीद है कि जल्द से जल्द इस एक्सप्रेस-वे का निर्माण भी शुरू हो जाएगा। जिससे कानपुर लखनऊ की दूरी बेहद कम समय में पूरी की जा सकेगी। इसका सीधा लाभ हजारों लोगों के साथ-साथ दोनों शहरों के व्यापार सेक्टर को भी मिलेगा।