- टैंक में शटरिंग खोलने के दौरान हुआ हादसा

- हादसे में पांच मजूदर आए चपेट में, तीन की बचाई गई जान

LUCKNOW: निगोहां के नगराम मोड़ पर एक निर्माणाधीन मकान में बने शनिवार को सेफ्टी टैंक के भीतर जाकर शटरिंग खोली जा रही थी। इस दौरान ठेकेदार समेत पांच मजदूर टैंक में उतरे। टैंक

इस दौरान टैंक में बन रही जहरीली गैस की चपेट में आ गए। दम घुटने से ठेकेदार व एक मजदूर ने अंदर ही मौत हो गई। सूचना पर पुलिस फोर्स टैंक को जेसीबी मशीन से तोड़वाकर तीन मजदूरों की जान बचाई और इलाज के लिए अस्पताल भेजा।

ठेकेदार को बचाने उतरे मजदूर की भी मौत

आशियाना रूचिखंड निवासी चकबंदी लेखपाल बिहारीलाल नगराम मोड़ पर मकान निर्माण करवा रहे है। निर्माणधीन मकान के परिसर में बने सेफ्टी टैंक में लगी शटरिगं को खोलने के लिए शनिवार को ठेकेदार बुद्वीलाल (32) निवासी करनपुर चार मजदूरों के साथ पहुंचा था। बुद्धिलाल टैंक के भीतर उतरा तो टैंक के अंदर बन रही जहरीली गैसे की चपेट में आकर दम घूटने पर उसने शोर मचाया। उसका शोर सुनकर मजदूर संतोष उर्फ गोलू (22वर्ष) भी उन्हें बचाने के लिए टैंक में उतर तो वह भी जहरीली गैस की चपेट में आ गया और दोनों की दम घुटने से मौत हो गई।

जेसीबी से छत व दीवार तोड़ कर बचाई जान

इस दौरान दोनो को बचाने उतरे अनिल सहित अन्य दो मजदूर भी जहरीली गैस की चपेट में आकर बेहोश हो गए। सूचना के बाद मौके पर पुलिस फोर्स संग पहुंचे सीओ सैय्यद नईमूल हसन, इंस्पेक्टर नंद किशोर ने आनन-फानन में जेसीबी मशीन बुलवाकर सेफ्टी टैंक की छत व दीवारों को तोड़कर सभी मजदूरों को बाहर निकलकर इलाज के लिये सीएचसी भेजा,जहां डाक्टरो ने ठेकेदार बुद्वीलाल व मजदूर संतोष को मृत घोषित कर दिया। जानकारी मिलते ही एसपी(ग्रामीण) ह्रदेश कुमार,तहसीलदार संदीप त्रिपाठी मौके पर पहुंचे।

बीएससी के बाद नहीं मिली जॉब

ग्रामीणों ने बताया बुद्धिलाल पढाई में अव्वल था। बीएससी की पढ़ाई करने के बाद जब नौकरी नही मिली तो परिवार चलाने के लिये मजदूरी करने लगा। इसके बाद शटरिंग का काम करने लगा। इधर पिछले तीन सालों से शटरिंग का खुद काम शुरू किया था। दोनों ही मृतक करनपुर गांव के रहने वाले थे,दोनो के मौत की खबर घर पहुंची तो कोहराम मच गया।