- लखनऊ यूनिवर्सिटी प्रशासन ने 12 सितंबर तक मांगी आपत्तियां
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रुष्टयहृह्रङ्ख:
लखनऊ यूनिवर्सिटी की ओर से हाल में जारी की गई शिक्षकों की प्रस्तावित वरिष्ठता सूची पर विवाद खड़ा हो गया है। इस सूची में 318 शिक्षकों के नाम शामिल हैं, जिसमें 128 प्रोफेसर, 39 एसोसिएट प्रोफेसर और 151 असिस्टेंट प्रोफेसर हैं। वरिष्ठता सूची पर 12 सितंबर तक आपत्तियां मांगी गई हैं और निस्तारण के बाद सूची फाइनल होगी। वहीं, लखनऊ विश्वविद्यालय शिक्षक संघ ने इस वरिष्ठता सूची में खामियां बताते हुए वीसी और कुलाधिपति के पास आपत्तियां दर्ज कराने की बात कही है।
तमाम गड़बडि़यां होने का आरोप
काफी समय से लखनऊ यूनिवर्सिटी के शिक्षक वरिष्ठता सूची जारी करने की मांग कर रहे थे। जो प्रस्तावित सूची जारी हुई तो उसमें तमाम गड़बडि़यां होने के आरोप हैं। लूटा अध्यक्ष डॉ। विनीत कुमार वर्मा का आरोप है कि बिना प्रपत्र देखे और जांच किए ही शिक्षकों की वरिष्ठता सूची जारी की गई है।
सूची में वरिष्ठ और डीन शिप में पीछे
सूची के मुताबिक, आर्ट्स कॉलेज के शिक्षक डॉ। रतन कुमार को वरिष्ठ बताया गया है, जबकि यहां डीन पद की जिम्मेदारी दूसरे शिक्षक के पास है। आर्ट्स फैकल्टी में प्रो। शशि शुक्ला और प्रो। प्रेम सुमन के बीच वरिष्ठता का विवाद है। इसे सुलझाने के लिए कमेटी की रिपोर्ट नहीं आई, लेकिन सूची में प्रो। प्रेम सुमन को वरिष्ठ दिखाया गया, जबकि पहले ही सूची में प्रो। शशि शुक्ला को वरिष्ठ बताया गया था।
कोट
उपलब्ध अभिलेखों के आधार पर शिक्षकों की वरिष्ठता सूची जारी की गई है। इस पर यदि कोई आपत्तियां हो तो 12 सितंबर तक साक्ष्यों सहित उपलब्ध करा दें।
डॉ। विनोद कुमार सिंह, कुलसचिव, लखनऊ यूनिवर्सिटी