लखनऊ (ब्यूरो)। कोरोना से पहले हमारे यहां की बिरयानी का जायका लेने देश-विदेश से काफी संख्या में लोग आते थे। कई लोग तो स्पेशल पैकिंग कराकर विदेश तक बिरयानी ले जाते थे या भिजवाते थे। कोरोना ने हालात बदल दिए हैं। अनलॉक के शुरुआती दिनों में हमें 70 फीसद तक नुकसान हो रहा था, जो अब 30 फीसद पर आ गया है। हम आज भी नुकसान पर हैं। हालांकि अब आशा की किरण दिख रही है। हालात सुधर रहे हैं। हमें उम्मीद है कि जल्द विदेशी पर्यटक भी पहले की तरह आने लगेंगे।
अबू बकर, इदरीस बिरयानी

अब सब कुछ नार्मल है
कोरोना के दौरान बिजनेस ठप हो गया था जो अब धीरे-धीरे नार्मल हो रहा है। इस समय राजधानी में हालात पहले के मुकाबले काफी बेहतर हैं। ऐसे में अब ज्यादा फर्क देखने को नहीं मिल रहा है। जायके के शौकिनों की भीड़ पहले की तरह ही हो रही है। हालांकि, देश के दूसरे हिस्सों से आने वाले मेहमानों की संख्या में कमी जरूर आई है। उम्मीद है कि आगे जब सब नार्मल हो जाएगा तो दूसरे प्रदेशों संग दूसरे देशों से भी मेहमान आने लगेंगे।
विजय शंकर वर्मा, लल्ला बिरयानी

विदेशी पर्यटक नहीं आ रहे
पहले हमारे यहां बॉस्केट चाट खाने देश-विदेश से टूरिस्ट आते थे। कोरोना के कारण इस पर ब्रेक लग गया था। अब मार्केट में कुछ सुधार आया है और विभिन्न प्रांतों से पर्यटकों का आना भी शुरू हो गया है। अभी नाइट कफ्र्यू से कुछ दिक्कतें हैं, क्योंकि मार्केट बंद होने के बाद ही आदमी खाने के लिए निकलता है और फूड इंडस्ट्री रात में ही गुलजार होती है। उम्मीद है कि पुराना दौरा जल्द लौटेगा।
जतिन, रॉयल कैफे

विदेशी पर्यटकों का इंतजार
कोरोना ने बिजनेस को पूरी तरह से बदल दिया है। पहले देश-विदेश से लोग बिरयानी खाने के लिए आते थे। कोरोना के चलते विदेशी मेहमानों तो नहीं आ रहे हैं लेकिन लोकल और दूसरे राज्यों से टूरिस्ट खाने के लिए आ रहे हैं। बिजनेस धीरे-धीरे सुधार हो रहा है। उम्मीद है कि जिस तरह से हालातों में सुधार हो रहा है, जल्द ही पहले की ही तरह देश-विदेश से आये टूरिस्ट से एकबार फिर गुलजार होगा।
मो उस्मान, टुंडे कबाबी