लखनऊ (ब्यूरो)। दुबग्गा चौराहे के पास एक पार्षद की स्कार्पियो ने सड़क किनारे बस का इंतजार कर रहे वन दारोगा और उनकी बेटी को टक्कर मार दी। दुघर्टना में घायल पिता को अस्पताल पहुंचाने के लिए बेटी लोगों से गुहार करती रही। जब तक लोगों की सूचना पर एंबुलेंस वहां पहुंची घायल वन दारोगा ने दम तोड़ दिया। हादसे के बाद पार्षद गाड़ी छोड़कर फरार हो गया। पुलिस को कार में शराब की बोतल और कैश भी मिला है।

स्कूल छोडऩे जा रहे थे

ठाकुरगंज के मशकगंज निवासी अनिरुद्ध श्रीवास्तव के मुताबिक शुक्रवार सुबह छोटे भाई मनोज श्रीवास्तव (57) की स्कार्पियो की टक्कर से मौत हो गई। वन विभाग में दारोगा की पोस्ट पर कार्यरत मनोज सुबह बेटी नेहा को स्कूल छोडऩे दुबग्गा बाई पास गए थे। वहां वे बस का इंतजार कर रहे थे, तभी बालागंज की तरफ से आ रही मुंशीगंज वार्ड के पार्षद नरेंद्र यादव की स्कार्पियो ने उन लोगों को टक्कर मार दी। लोगों ने उन्हें पकडऩे की कोशिश की तो वे धक्का देकर वहां से भाग गए। बताया जा रहा है कि हादसे के दौरान पार्षद नशे में थे।

आंखों के सामने पिता ने तोड़ा दम

स्कार्पियो की टक्कर लगने से बाइक के सहारे खड़े मनोज और नेहा दोनों सड़क पर उछल कर गिरे। सिर के बल गिरने से मनोज की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं नेहा गंभीर रूप से घायल हो गई। कुछ महिलाओं ने नेहा से घर का मोबाइल नंबर लेकर इस हादसे की सूचना परिजनों को दी। घटना के बाद वन दारोगा की पत्नी मधु, बेटे सचिन और बेटी श्रृष्टि का रो-रोकर बुरा हाल हो गया।

गाड़ी नंबर के आधार पर केस दर्ज

दुबग्गा पुलिस पुलिस के मुताबिक परिजनों की तहरीर पर गाड़ी नंबर के आधार पर मुकदमा दर्ज किया है। गाड़ी पर मुंशीगंज के पार्षद नरेंद्र यादव का पोस्टर लगा है। लोगों का कहना है कि वह गाड़ी में मौजूद थे। मामले की जांच की जा रही है। साक्ष्यों के आधार पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।