- तो पोस्ट कोविड में बदलेंगे कोविड अस्पताल

- फिलहाल सरकारी अस्पतालों को पोस्ट कोविड अस्पताल बनाने की तैयारी

LUCKNOW:

सरकार की ट्रेसिंग, टेस्ट ओर ट्रीटमेंट पॉलिसी का असर यहां के कोविड अस्पतालों में देखने को मिल रहा है। अस्पतालों में अब सिर्फ 400 के करीब ही मरीज शेष रह गए हैं। खास बात यह है कि 80 फीसद निजी कोविड अस्पताल पूरी तरह से खाली हो गए हैं। लेवल-1 अस्पताल पूरी तरह खाली हो चुके हैं, जबकि लेवल-2 में गिनती के मरीज भर्ती हैं। ऐसे में अब कोविड अस्पतालों को पोस्ट कोविड अस्पताल में बदलने का काम किया जा रहा है। जिसके तहत सबसे पहले हज हाउस को पोस्ट कोविड हाउस में बदलने के लिए शासन को लिखा गया है। वहीं कई निजी अस्पतालों ने भी खुद को नॉन कोविड करने के लिए अप्लाई किया है।

हज हाउस बनेगा पोस्ट कोविड अस्पताल

255 बेड के हज हाउस को पोस्ट कोविड बनाने का प्रस्ताव भेजा है। यहां 25 वेंटिलेटर, 100 एचएनएफसी और बाकि ऑक्सीजेन बेड हैं। ऐसे में एक्सपर्ट डॉक्टरों की टीम द्वारा यहां पर अब पोस्ट कोविड की समस्या वाले मरीजों को देखा जायेगा और जरूरत पड़ने पर भर्ती कराया जायेगा।

बलरामपुर में 20 बेड का पोस्ट कोविड वार्ड

सीएमओ के मुताबिक बलरामपुर कोविड अस्पताल में अभी 20 बेड का पोस्ट कोविड अस्पताल शुरू किया गया है। जिसे बढ़ाकर 40 बेड तक ले जाने का प्रयास किया जा रहा है। इसके अलावा लेवल.वन के अन्य सरकारी अस्पतालों को भी पोस्ट कोविड में बदलने पर विचार किया जा रहा है।

निजी अस्पताल कर रहे अप्लाई

राजधानी के कई निजी अस्पतालों को लेवल-1 कोविड अस्पताल में बदला गया है लेकिन अब तमाम अस्पताल पूरी तरह से खाली हो चुके हैं। जिसके कारण कई निजी अस्पतालों द्वारा खुद को दोबारा नॉन.कोविड अस्पताल में बदलने के लिए अप्लाई किया जा रहा है। सीएमओ का कहना है कि कई अस्पतालों ने अप्लाई किया है। नियमानुसार सबकुछ देखा जा रहा है फिलहाल लेवल-1 को कुछ राहत देने की बात हो सकती है।

यहां चल रहे बेड खाली

राजधानी में मेडिकल केयर सेंटर, लखनऊ हेरीटेज हॉस्पिटल, अपराजिता हॉस्पिटल, वागा सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल, सिप्स, एवन हॉस्पिटल, चरक हॉस्पिटल और एडवांस न्यूरो एंड जनरल हॉस्पिटल आदि कोविड हॉस्पिटल पूरी तरह से खाली चल रहे हैं। बलरामपुर, लोहिया, पीजीआई, केजीएमयू और लोकबंधु में भी आधे से ज्यादा बेड खाली चल रहे हैं।

इसे भी जानें

- कुल 74 एक्टिव कोविड अस्पताल चल रहे हैं

- इन अस्पतालों में करीब सात हजार बेड हैं

- अस्पतालों में करीब 400 मरीज ही बचे हैं

- ये सभी मरीज लेवल-3 अस्पतालों में भर्ती हैं

यहां इतने बेड खाली

अस्पताल कुल बेड भरे बेड

नार्दन रेलवे हॉस्पिटल 139 14

मेदांता 100 47

टीएसएम 275 4

हज हाउस को पोस्ट कोविड में बदलने का प्रस्ताव भेजा गया है। इसके अलावा कई निजी कोविड अस्पताल खाली चल रहे हैं। उनको लेकर असेसमेंट किया जा रहा है। शुरआत में लेवल-1 के अस्पतालों को राहत दी जा सकती है।

डॉ। संजय भटनागर, सीएमओ