24 कैमरे एक मेट्रो ट्रेन में

60 से अधिक कैमरे हर मेट्रो स्टेशन पर

23 मेट्रो स्टेशन हैं राजधानी में

- मेट्रो स्टेशनों में रहेगा क्राउड सेंसिंग सिस्टम का पहरा

- मेट्रो और मेट्रो स्टेशनों पर तुरंत पकड़ लिए जाएंगे अपराधी

द्यह्वष्द्मठ्ठश्र2@द्बठ्ठद्ग3ह्ल.ष्श्र.द्बठ्ठ

रुष्टयहृह्रङ्ख अगर कोई अपराधी यह सोच रहा है कि वह अपराध कर मेट्रो स्टेशनों की भीड़ में आसानी से खो जाएगा तो यह उसकी भूल है। उसे पलक झपकते ही पकड़ लिया जाएगा और सलाखों के पीछे भेजा जाएगा। वहीं, अगर स्टेशन या मेट्रो के अंदर कोई भी लावारिस वस्तु मिलती है तो इसकी भी जानकारी तुरंत मेट्रो के सुरक्षा अधिकारियों को मिल जाएगी।

क्राउड सेंसिंग सिस्टम मददगार

यात्रियों को बेहतर सुरक्षा देने के लिए मेट्रो स्टेशनों और मेट्रो में क्राउड सेंसिंग सिस्टम लगाए गए हैं। जिसकी मदद से भीड़ में छिपने वाले संदिग्ध व्यक्ति को आसानी से तलाशा जा सकता है। वहीं ऐसे पैसेंजर्स पर भी नजर रखी जा सकती है, जो एक तय समय सीमा से अधिक मेट्रो स्टेशन पर खड़े रह कर ट्रेन की यात्रा कर रहा हो।

हर सीसीटीवी में सेंसर

एक ट्रेन में करीब 24 कैमरे होते हैं जो ट्रेन के अंदर और बाहर निगरानी करते हैं। इसी तरह स्टेशनों पर भी कोने कोने में निगरानी के लिए 60 से 70 सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। सभी सीसीटीवी में क्राउड सेंसिंग सिस्टम लगाए गए हैं।

तुरंत देते हैं सिग्नल

सभी मेट्रो ट्रेन एवं स्टेशनों पर इंटेलिजेंट वीडियो एनालेटिक्स की व्यवस्था भी की गई है, जो किसी भी लावारिस या संदिग्ध वस्तु को तुरंत जांच करके पकड़ सकता है।

बाक्स

सफलता भी मिली

केस 1

तमंचे के साथ पकड़ा

6 फरवरी को लेखराज मेट्रो स्टेशन से मेट्रो में सफर करने आए एक व्यक्ति को प्रवेश द्वार पर ही तमंचे और कुछ कारतूस के साथ पकड़ा गया और उसे पुलिस के हवाले किया गया।

केस 2

गिरफ्त में आया छेड़छाड़ करने वाला

12 जनवरी को सचिवालय मेट्रो स्टेशन के बाहर सीढियों पर एक लड़की से छेड़छाड़ करके एक व्यक्ति फरार हो गया था। आरोपी चार-पांच दिन बाद सचिवालय स्टेशन परिसर में घूमते दिखा तो स्टाफ ने शक होने पर उसकी जांच की। पूरी तरह उसकी पहचान हो जाने के बाद उसे पुलिस के हवाले किया गया।

वर्जन

पूरे मेट्रो सिस्टम में प्लेटफॉर्म से लेकर ट्रेनों के अंदर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। लोगों की सुरक्षित एवं सुविधाजनक यात्रा ही यूपी मेट्रो की प्राथमिकता है।

कुमार केशव, एमडी, यूपी मेट्रो