-अल्ट्रासाउंड कराने के बाद स्ट्रेचर पर बिगड़ी हालत

-हॉस्पिटल प्रशासन ने किया इनकार

LUCKNOW: वीरांगना अवंती बाई महिला चिकित्सालय में अब स्ट्रेचर पर डिलीवरी होने का मामला सामने आया है। शुक्रवार सुबह मरीज को जांच अल्ट्रासाउंड के लिए ले जाया गया। जिसके बाद वहां से निकलते समय ही लेबर पेन शुरू हुआ और अल्ट्रासाउंड रूम के बाहर ही स्ट्रेचर पर ही डिलीवरी शुरू हो गई। मौके पर मौजूद आया और नर्स ने उसे संभाला और लेबर रूम ले गए। हालांकि अस्पताल प्रशासन का कहना है कि समय से मरीज लेबर रूम ले जा कर डिलीवरी कराई गई।

शुक्रवार को हुई थी भर्ती

वजीरगंज निवासी शुएब की पत्‍‌नी रूकैय्या को डफरिन अस्पताल में भर्ती कराया गया था। शुक्रवार सुबह ब्लीडिंग का कारण जानने के लिए डॉक्टर्स ने उसे अल्ट्रासाउंड एडवाइज किया। अस्पताल सूत्रों के अनुसार अल्ट्रासाउंड के बाद वापस लाने से समय लेबर पेन शुरू हो गया और स्ट्रेचर पर ही डिलीवरी हो गई। जिसके बाद आनन फानन में अस्पताल के कर्मचारी और डॉक्टर पेशेंट को लेबर रूम ले गए। हालांकि अस्पताल की सीएमएस डॉ। मंजुल बहार ने बताया कि मरीज को 32 हफ्ते की प्रेगनेंसी थी। उसे सुबह अल्ट्रासाउंड एडवाइज किया गया था। सुबह लगभग 10 बजे अल्ट्रासाउंड के बाद उसे लेबर रूम ले जाया गया जहां पर डिलीवरी कराई गई। बच्चा प्रीमेच्योर है और उसका वेट सिर्फ 1750 ग्राम है। मां और बच्चा दोनों ठीक हैं। बच्चे को प्रीमेच्योर होने के कारण एसएनसीयू में एडमिट किया गया है।

शनिवार को बाथरूम में हुआ था प्रसव

इससे पहले इस्माइलगंज निवासी आशिया नाम की महिला ने इसी अस्पताल में बाथरूम में बच्चे को जन्म दिया था। यही नहीं महिला से बाथरूम भी साफ कराया गया था। जिसके बाद जांच में नर्स, वार्ड आया और स्वीपर को मामले का जिम्मेदार मानते हुए नौकरी से निकाल दिया गया था।