पिछले साल से तुलना

वर्ष मरीज मौतें

2019 2500 07

2020 845 00

- स्कूल बंद होने व घरों-बाजारों में साफ-सफाई से कम आए डेंगू के मामले

LUCKNOW: राजधानी में कोरोना महामारी के बीच डेंगू की मरीजों में आई कमी राहत देने वाली है। जहां पिछले साल के मुकाबले इस बार एक तिहाई के आसपास ही डेंगू संक्रमित मरीज मिले हैं। जबकि इस वर्ष अबतक डेंगू से एक भी मौत नहीं हुई है। अधिकारियों का मानना है कि कोरोना के चलते लोगों में जागरूकता के कारण डेंगू के मामलों में कमी आई है।

एक तिहाई रह गई संख्या

जिला स्वास्थ्य विभाग से मिले आंकड़ों के अनुसार 2019 में करीब 2500 लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई थी। जबकि इस साल अबतक 845 लोगों में ही डेंगू की पुष्टि हुई है। पिछले साल सितंबर के अंत तक जहां 1041 केस थे। वहीं इस वर्ष नवंबर के पहले सप्ताह तक मात्र 590 मामले ही आये हैं। वहीं पिछले साल संक्रमण की वजह से करीब 7 मरीजों की मौत हुई थी। जबकि इस वर्ष अभी तक किसी भी मरीज की मौत का मामला अभी तक दर्ज नही हुआ है।

कोरोना जागरूकता से डेंगू पर लगाम

नेशनल वेक्टर बॉर्न डीजीज कंट्रोल प्रोग्राम के नोडल अधिकारी व एसीएमओ डॉ। केपी त्रिपाठी ने बताया कि पिछले वर्ष के मुकाबले इस बार डेंगू के मामले कम आये हैं। इसकी बड़ी वजह कोरोना को लेकर जागरूकता है। लोगों द्वारा घर व आसपास साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा गया। स्कूल बंद होने से भी डेंगू का न फैलना बड़ी वजहों में शमिल है। इन कारणों से डेंगू के मामलों में करीब 60 फीसद तक की कमी देखी गई है।

बाक्स

2400 को जारी हुई नोटिस

डॉ। त्रिपाठी के मुताबिक संचारी रोग की टीम हर उस इलाके में जा रही है, जहां डेंगू के मरीज मिल रहे हैं। वहां एंटी लार्वा के छिड़काव के साथ लोगों को जागरूक किया जा रहा है। नगर निगम की मदद से फॉगिंग भी करवाई जा रही है। इसबार टीमों के निरक्षण के दौरान बेहद कम मामले मिले हैं। अब तक करीब2400 लोगों को लार्वा मिलने पर नोटिस दिया गया है।

कोट

कोरोना के प्रति जागरूकता, साफ-सफाई व स्कूल बंद होने की वजह से डेंगू मरीजों की संख्या में कमी आई है। अबतक डेंगू से एक भी मौत नहीं हुई है।

डॉ। केपी त्रिपाठी, एसीएमओ