-आई नेक्स्ट के खुलासे के बाद घटनास्थल पहुंचे डीआईजी

-सुबह से घटनास्थल पर पुलिस अफसरों का लगा तांता

-असलहे फेंकने वाले की तलाश की जगह घटनास्थल पर सुबूत मिटाने की कोशिश में जुटे

LUCKNOW: पुलिस लाइन में बम धमाके और असलहों की बरामदगी पर 'आई नेक्स्ट' के खुलासे ने रविवार को पुलिस महकमे में हड़कंप मचा दिया। आलम यह था कि जो पुलिस ऑफिसर्स घटना के बाद से इस मामले से दूरी बनाए हुए थे, सुबह न्यूज पेपर के मार्केट में आते ही घटनास्थल पर उमड़ने लगे। वहीं, लोकल पुलिस की लापरवाही की भनक लगने पर डीआईजी आरके चतुर्वेदी खुद मौके पर पहुंचे और मुआयने के बाद आई नेक्स्ट की खबर पर मुहर लगाते हुए धमाके की पुष्टि की।

छेड़ दिया सफाई अभियान

रिजर्व पुलिस लाइन स्थित ओवरहेड वॉटर टैंक के करीब बने क्वार्टर्स में रहने वाले पुलिसकर्मियों और उनके परिजनों ने बताया कि आई नेक्स्ट में खबर छपने के बाद संडे सुबह से ही घटनास्थल का निरीक्षण करने के लिये पुलिस ऑफिसर्स पहुंचने लगे थे। सबसे पहले इंस्पेक्टर महानगर संजय नाथ तिवारी पहुंचे। कुछ देर बाद सीओ महानगर जेके सिंह और फिर एसपी ट्रांसगोमती मनीराम मौके पर पहुंचे। पर, हैरानी की बात रही कि इन ऑफिसर्स के पहुंचने के बाद संडे होने के बावजूद अचानक घटनास्थल की सफाई शुरू हो गई। जबकि स्थानीय निवासियों ने बताया कि उनके घरों के आसपास दो-दो महीनों से झाड़ू नहीं लगी थी। लोगों ने संदेह जताया कि शनिवार रात तक धमाके की घटना से इनकार कर रहे ऑफिसर्स के इशारे पर हथगोले के अवशेष हटाने के लिये यह सफाई अभियान छेड़ा गया। जब 'आई नेक्स्ट' टीम घटनास्थल पर पहुंची तब भी वहां पर कई सफाईकर्मियों को लगाकर वहां सफाई कराई जा रही थी। हालांकि, फोटो खिंचती देख वह सफाईकर्मी मौके से रफूचक्कर हो गए।

पुलिस लाइन की बढ़ेगी सुरक्षा

मातहतों की कारगुजारी की जानकारी मिलने के बाद डीआईजी आरके चतुर्वेदी संडे पूर्वान्ह क्क्.फ्0 बजे रिजर्व पुलिस लाइन पहुंचे। जहां उन्होंने घटनास्थल का मुआयना किया। इस दौरान उनके साथ एसपी प्रोटोकॉल अनिल मिश्र, आरआई लाइन अभय त्रिपाठी भी मौजूद थे। डीआईजी ने घटनास्थल के निरीक्षण व मौजूद ऑफिसर्स से बातचीत करने के बाद हथगोले का धमाका होने की पुष्टि की। उन्होंने निर्देश दिया कि पुलिस लाइन के पिछले हिस्से में बने रास्तों पर जिगजैग बैरियर लगाया जाए और वहां पुख्ता सुरक्षा के इंतजाम किये जाएं। इसके साथ ही डीआईजी चतुर्वेदी ने पुलिस लाइन में रहने वाले पुलिसकर्मियों के परिवार रजिस्टर को अपडेट करने का भी निर्देश दिया। साथ ही उन्होंने पुलिस आवासों के औचक निरीक्षण व वहां ठहरे लोगों की भी समय-समय पर तस्दीक करने का निर्देश दिया।

ऑफिसर्स की लगी क्लास

सोर्सेज के मुताबिक, डीआईजी आरके चतुर्वेदी ने घटनास्थल के निरीक्षण के फौरन बाद एसपी ट्रांसगोमती मनीराम, सीओ महानगर जेके सिंह, इंस्पेक्टर महानगर संजय नाथ तिवारी को अपने ऑफिस में तलब किया। बताया जाता है कि इस दौरान उन्होंने पूरे मामले को दबाने की कोशिश करने और संवेदनशील मामले में लापरवाही बरतने पर उन सभी को जमकर फटकार लगाई। इस दौरान डीआईजी ने असलहों व हथगोलों से भरा बैग फेंकने वाले आरोपी की शिनाख्त करने का भी निर्देश दिया।

पर, यहां तो सीसीटीवी कैमरे ही नहीं

पूर्ववर्ती एसएसपी यशस्वी यादव ने पूरे शहर को सीसीटीवी सर्विलांस के दायरे में लाने का दावा किया था। वह इसे अपनी बड़ी उपलब्धि बताते नहीं थकते थे। पर, शनिवार को पुलिस लाइन में हुई इस घटना ने उनके इस दावे की हवा निकालकर रख दी। आई नेक्स्ट ने जब पड़ताल की तो पता चला कि पूरे शहर में सीसीटीवी कैमरे लगाने वाली पुलिस का हेडक्वार्टर रिजर्व पुलिस लाइन में सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हैं। ऐसी स्थिति में यह सवाल उठ खड़ा हुआ है कि असलहे व हथगोले से भरा बैग फेंकने वाले की पहचान पुलिस किस तरह करेगी?