- 3 हजार करोड़ से ज्यादा का पिछली बार हुआ था व्यापार

- 2500 करोड़ के व्यापार की इस बार है उम्मीद

सोना 53,097 रुपये प्रति दस ग्राम

चांदी 62 हजार रुपये प्रति किलो

- फेस्टिव सीजन में मार्केट में आई बहार, बाजारों में उमड़े खरीदार

- धनतेरस पर खरीदारी से मार्केट में आयेगा उछाल

- व्यापारियों ने कोविड-19 को लेकर भी तैयारी की पूरी

LUCKNOW : चौक का सराफा बाजार हो या यहियागंज का बर्तन बाजार, सभी जगह बुधवार दोपहर से रौनक नजर आने लगी। सबको गुरुवार सुबह का इंतजार है, जब धनतेरस के दिन लखनवाइट्स जमकर खरीदारी करने बाजार में आएंगे। धनतेरस पर खरीदारी का मुहूर्त भले ही शाम से हो, लेकिन ब्रिकी सुबह से शुरू हो जाएगी। कोरोना की वजह से जहां एक ओर मार्केट में सन्नाटा था वहीं धनतेरस को लेकर बाजार भी चमक उठे हैं। व्यापारियों को उम्मीद है कि धनतेरस पर कोरोना का असर देखने को नहीं मिलेगा। पिछली बार जहां धनतेरस पर तीन हजार से ज्यादा की खरीदारी हुई थी, वहीं इस बार कोरोना के चलते ढाई हजार की खरीदारी की उम्मीद है। व्यापारियों ने कोविड-19 को लेकर तैयारियां पूरी कर ली हैं।

लाइट वेट ज्वेलरी की डिमांड

- 200 करोड़ डायमंड की पिछली बार हुई थी बिक्री

- 170 करोड़ डायमंड की बिक्री की उम्मीद इस बार

- 550 किलो सोना, 2500 किलो चांदी की बिक्री हुई थी पिछले वर्ष

- 500 किलो सोना, 2100 किलो चांदी की बिक्री की उम्मीद इस बार

सराफा बाजार में चांदी के लक्ष्मी गणेश के सिक्के 650 रुपए से शुरू हैं जबकि पुराने विक्टोरिया चांदी के सिक्के की शुरुआत 700 रुपए से है। सोने और चांदी की लाइट वेट ज्वेलरी की डिमांड काफी है। कोविड 19 के चलते ग्राहकों की पर्चेजिंग पॉवर कम हुई है। रेगुलर कस्टमर गायब हैं, लेकिन फेस्टिव सीजन और आने वाली सहालग को देखते हुए जमकर खरीदारी की उम्मीद है।

कोट

कोविड 19 का असर फेस्टिव सीजन में अभी से नजर आ रहा है। रेगुलर कस्टमर पहले से गायब हैं। त्योहार के चलते कस्टमर केवल शुभ के नाम पर खरीदारी कर सकते हैं, जिसमें लाइट वेट ज्वेलरी, डॉलर, चांदी के सिक्के की डिमांड है। महंगी ज्वैलरी की अभी बुकिंग नहीं आ रही है।

- नवेंदू, हर्षदीप ज्वैलर्स

बर्तन बाजार में इस बार आएगा उछाल

- 50 करोड़ के बर्तन पिछले साल बिके थे

- 55 करोड़ के बर्तन इस साल बिकने की है उम्मीद

धनतेरस के दिन बर्तनों को खरीदना शुभ माना जाता है। व्यापारियों को इस बार पिछले साल से अधिक सेल की उम्मीद है। बर्तन मार्केट में कोरोना का असर नहीं दिखेगा। मार्केट ही नहीं गलियों में भी बुधवार शाम से बर्तनों की दुकानें सज गई हैं। इस बार बर्तन बाजार में करीब 50 करोड़ से अधिक की सेल होने की उम्मीद है। आने वाले समय में लगन भी है, जिसके चलते लोग शुभ के साथ-साथ गिफ्ट देने के लिए भी बर्तन की खरीददारी धनतेरस में ज्यादा करते हैं।

कोट

बर्तनों की सेल हर साल बढ़ती है। लोग सोना खरीदे या चांदी, लेकिन बर्तन जरूर खरीदते हैं। यह शगुन माना जाता है। इस बार सेल पिछले साल के सभी रिकॉर्ड तोड़ेगी। बर्तन बाजार ज्वैलरी मार्केट की तरह ज्यादा महंगा नहीं है, यह आम आदमी की पहुंच में आता है। इसके अलावा लोग घर में यूज होने वाले सामान को ज्यादा पसंद करते हैं।

- हरिश्चंद्र अग्रवाल

बर्तन व्यवसाई, यहियागंज

कपड़ा बाजार में लहंगा चुनरी की डिमांड

- 135 करोड़ का पिछली बार हुआ था कारोबार

- 100 करोड़ का इस बार कारोबार होने की उम्मीद

दिवाली सेलिब्रेशन के लिए कपड़ों की खरीदारी शुरू हो गई है। सभी अपनी मनपसंद ड्रेस ले रहे हैं। इस बार कपड़ा बाजार में 75 करोड़ से अधिक की सेल होने की उम्मीद है। बीते 6 माह से कोविड 19 के चलते मार्केट में बंदी छाई हुई थी। लोग भी कपड़ों की खरीदारी नहीं कर पा रहे थे। त्योहार के साथ-साथ मौसम और लगन का भी जोर है। कई महीनों बाद लोगों की खरीदारी पॉवर बढ़ने की पूरी उम्मीद है। फेस्टिव सीजन में डिजायनर कुर्ता-पायजामा, जींस-टीशर्ट, शेरवानी और लहंगा-चुनरी की इस बार अधिक डिमांड है।

कोट-

त्योहारों के सीजन में कपड़ों की सेल बढ़ जाती है। फिर दीपावली सेलिब्रेशन के समय लोग नई और शानदार ड्रेसेज पहनते हैं। त्योहार के साथ ही कई घरों में इसी मौके पर शादियों के लिए भी खरीदारी की जाती है।

देवेंद्र गुप्ता, कोषाध्यक्ष, लखनऊ व्यापार मंडल

ड्राई फ्रूट्स का बाजार रहेगा गुलजार

- 215 करोड़ का पिछली बार हुआ था कारोबार

- 200 करोड़ा का कारोबार इस बार होने की उम्मीद

दिवाली के मौसम में मिठाई और ड्राई फ्रूट्स की बात ना हो, ऐसा हो ही नहीं सकता। मिठाई की दुकानों में जहां गिफ्ट के लिए ढेरों डिब्बे पैक कराए जा रहे हैं, वहीं ड्राई फ्रूट्स के गिफ्ट हैंपर की भी डिमांड है। इस बार सरकारी निर्देश के अनुसार ग्राहकों को पहली बार मिठाई की एक्सपायरी डेट की भी जानकारी दी जा रही है। कोविड 19 के चलते लोगों में मिठाई का क्रेज कम दिख रहा है, लेकिन फेस्टिवल पर ड्राई फ्रूट्स गिफ्ट कल्चर कम नहीं हुआ है। उम्मीद है कि पिछले साल की तरह इस साल भी सेल होगी।

कोट-

त्योहारों को देखते हुए हमने अपनी तैयारी पूरी कर ली है। अब देखना है कि ग्राहकों की प्रतिक्रिया कैसी रहेगी। उम्मीद है कि पांच दिन में 15 से 20 करोड़ के आस-पास कारोबार रहेगा। ग्राहकों की सेहत को ध्यान में रखते हुए चॉकलेट, मेवे और मिठाई की वैरायटी तैयार की गई है।

राजकुमार पिपलानी, बृजवासी ब्रेकरी

इलेक्ट्रानिक्स बाजार में मोबाइल की डिमांड ज्यादा

- 300 करोड़ का पिछली बार हुआ था व्यापार

- 250 करोड़ का व्यापार इस बार होनी की उम्मीद

लैपटॉप संग मोबाइल, एलईडी टीवी की डिमांड खूब है। व्यापारियों ने बताया कि 20 हजार की रेंज वाले मोबाइल अधिक बिक रहे हैं। आलम यह है कि श्रीराम टॉवर में लोगों को गाड़ी खड़ी करने की जगह नहीं मिल रही है। इसके अलावा किचन और घरेलु उपकरण की डिमांड है। फ्रिज, वाशिंग मशीन, इंडक्शन, ओवन, गीजर, एसी के साथ अन्य घरेलू उपकरण की भी डिमांड है। इस बार सबसे ज्यादा मोबाइल, लैपटॉप और होम एप्लाइंसेज के बिकने की उम्मीद है।

कोट

कोविड 19 के बाद अनलॉक में मार्केट अच्छा हो रहा है। एलईडी की डिमांड सबसे ज्यादा है। इस बार ग्राहकों के लिए बहुत से गिफ्ट भी रखे गए हैं। होम एप्लाइंसेज के प्रोडेक्ट्स पर कंपनी वाइज कई तरह की स्कीम भी दी जा रही है। दीपावली में उम्मीद है कि पिछले साल की उपेक्षा इस साल और ज्यादा ग्रोथ होगी।

-राजेश सडाना, सडाना इलेक्ट्रानिक्स

छोटे और कम बजट के मकान की है डिमांड

- 125 करोड़ का पिछली बार हुआ था कारोबार

दिवाली के मौके पर रियल इस्टेट में इस बार लक्ष्मी दस्तक दे रही हैं। कम बजट वाले घरों की डिमांड बढ़ने से रियल इस्टेट कारोबारियों को राहत मिली है। बिल्डर्स ने ग्राहकों को लुभाने के लिए कई स्कीम निकाली है। प्रापर्टी डीलर्स के अनुसार बुकिंग कराने वालों को छूट से लेकर बाहर घूमने तक के पैकेज दिए जा रहे हैं। इसके अलावा सरकारी स्कीम आवास विकास, एलडीए के फ्लैट व जमीन भी लोग धनतरेस व दीपावली में खरीदने की तैयारी कर रहे हैं। इस बार लोगों की पहली पसंद कम बजट के छोटे मकान, फ्लैट हैं।

कोट-

कोविड 19 के बाद रियल इस्टेट में फेस्टिव सीजन में बूम आया है। त्योहार पर लोग रजिस्ट्री के साथ-साथ गृह प्रवेश की प्लानिंग पहले ही कर चुके है। कई माह बाद लोग छुट्टी पर घर आए है और वह अपने मकान का सपन पूरा करने में जुट गए है। इस बार रियल इस्टेट पिछले साल की अपेक्षा ज्यादा तेज रहेगा।

अंकित गर्ग, सीनियर वाइस प्रेसीडेंट ओमेक्स

ऑटो मोबाइल सेक्टर में धूम

- 1800 करोड़ का पिछले साल हुआ था व्यापार

- 1500 करोड़ के व्यापार की इस साल उम्मीद

- 15 हजार टू व्हीलर, 5 हजार फोर व्हीलर की पिछले साल हुई थी बिक्री

धनतेरस के दिन गुरुवार को राजधानी में तकरीबन 2500 से अधिक वाहन डिलीवर करने की तैयारी है। इसमें 2000 से अधिक दो पहिया वाहन शामिल हैं। वहीं लैंड रोवर, बीएमडब्ल्यू की बुकिंग के साथ ही बुलेट और हार्ले डेविडसन बाइक की भी डिमांड देखने को मिल रही है।

कोट-

कोविड 19 के बाद ऑटो मोबाइल सेक्टर में लोगों की रुचि बढ़ी है। कस्टमर लंबे समय से अपनी मनपसंद की गाडि़यों को खरीदने का इंतजार कर रहे थे। फेस्टिव सीजन में वह गाडि़यां खरीदते हैं क्योंकि कंपनी इस दौरान स्कीम भी देती है। वहीं कस्टमर शुभ मुहूर्त में गाड़ी खरीदना चाहते हैं। हमारी कंपनी भी फेस्टिव सीजन में टारगेट से ज्यादा गाड़ी देने के लिए तैयार हैं।

सुकेश मेहरोत्रा, स्कोडा जीएम सेल्स

बाक्स-

मिट्टी के गणेश लक्ष्मी की डिमांड

इस बार प्लास्टर ऑफ पेरिस व चाइनीज मूर्ति नहीं बल्कि देशी मिट्टी से बनी गणेश लक्ष्मी की मूर्ति से दीपावली की पूजा होगी। शहर की मार्केट में मिट्टी की बनी मूर्ति के साथ मिट्टी के डिजाइनर दीये की भी डिमांड है। पहली बार लोगों का चाइना झालर को छोड़ कर देशी झालर की तरफ झुकाव दिख रहा है। लोकल कारीगर से बनाए गए फैंसी झालर के साथ-साथ लाइटिंग झालर भी बाजारों की रौनक को बढ़ा रही हैं। हालांकि लोकल दुकानदारों का कहना है कि कोविड 19 के चलते वह तेजी अभी नहीं दिख रही जो पिछले वर्षो में नजर आती थी।

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ओवर ऑल कोट -

कोट

सोने और चांदी के भाव और कोविड 19 के चलते मार्केट में फर्क तो पड़ा है, लेकिन पिछले साल की तुलना इस वर्ष कम सेल की उम्मीद है। सेल इस बार पिछले साल का रिकार्ड तो नहीं तोड़ पाएगी, लेकिन फेस्टिव व लगन सीजन में कस्टमर ज्वेलरी की बुकिंग करा रहे हैं, जिसमें अधिकांश लोग गुरुवार को ही खरीदारी करने निकलेंगे।

आदीश जैन, कोआर्डीनेटर

लखनऊ सराफा व्यापार एसोसिएशन

कोट

विश्वास के दम पर इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम की सेल मार्केट में बनी हुई है। ऑनलाइन सेल में व्यापारी और ग्राहक आमने-सामने नहीं होते हैं। जिन लोगों ने कभी ऑनलाइन आइटम खरीदें और धोखा पाया वह अब फिर से रिटेल मार्केट में आ रहे हैं। कोविड 19 का असर भी नजर आ रहा है, लेकिन धनतेरस व दीपावली में पिछले कुछ महीनों का पूरा असर खत्म होने की उम्मीद है।

दिनेश जैन, वरिष्ठ मंत्री

व्यापार मंडल के वरिष्ठ मंत्री