लखनऊ (अनुज टंडन)। टूरिस्ट के तौर पर अब घूमने नहीं जा पा रहे हैं। विदेश तो बिलकुल नहीं जा पा रहे हैं। पहले बाहर जाने के लिए टिकट बुक कराया था, लेकिन कैंसिल कराना पड़ा। कोरोना के बाद अब कहीं घूमने जाने के लिए सोचते हैं तो डर रहता है कि वहां पर सबकुछ ठीक है कि नहीं। इंडिया में भी कहीं जाना होता है तो भी सोचना पड़ता है। बाहर घूमने जायें तो लोग पास आ जाते हैं, ऐसे में डर रहता है कि कही संक्रमण न हो जाये। देश में कहीं जाने पर यह समस्या ज्यादा होती है। ऐसे में टूरिज्म पूरी तरह से बदल चुका है। उम्मीद है कि जल्द हालात नार्मल होंगे।
आस्मा हुसैन

जल्द बिना मास्क के घूम सकेंग
टूरिज्म देश-विदेश में खुला जरूर है, लेकिन पहली जैसी संख्या नहीं है। टूरिस्ट सीमित स्तर पर घूमने जा रहे हंै। हम लोगों को भी कही घूमने जाने से पहले काफी कुछ सोचना व देखना होता है। क्योंकि एक टूरिस्ट अधिकतर पूरी फैमिली के साथ ही घूमने जाता है। बच्चों की वैक्सीनेशन के बिना टूरिज्म इंडस्ट्री पूरी तरह से नहीं चल सकती है। वहीं मास्क पहनकर घूमना मुश्किल होता है। जब सभी वैक्सीनेट हो जाएंगे तो यकीन है कि हम सब दोबारा बिना मास्क के घूम सकेंगे।
गौरव प्रकाश

घूमने के लिए सोचना पड़ता है
पहले जब घूमने का मन होता था, केवल ट्रेन या फ्लाइट की बुकिंग के लिए ही परेशान होना पड़ता था। अब फ्लाइट में जाने से पहले फेस मास्क लगाओ, दूसरे स्टेट जाना हो तो कोविड निगेटिव रिपोर्ट रखो। डेस्टिनेशन पहुंचो तो वहां के लोकल कोविड नियमों का पालन करो। जिसकी वजह से बाहर घूमना कठिन हो गया है। जिसकी वजह से अब कही भी घूमने जाने से पहले कई बार सोचना पड़ता है। मुझे पहाड़ों पर घूमना बहुत पसंद है। लेकिन, प्लान बनाने के बाद भी कैंसिल करना पड़ता है।
अमित मिश्रा