- खुदा पाक के हुजूर में विशेष दुआ का एहतिमाम करें

LUCKNOW: इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया फरंगी महल के चेयरमैन मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली इमाम ईदगाह ने तमाम लोगों से अपील की है कि कोरोना जैसी अंतरराष्ट्रीय महामारी से हिफजात के लिए जल्द से जल्द वैकसीन लगवायें। उन्होंने कहा कि इस्लाम धर्म में अपनी जान की हिफाजत को बहुत अहमियत दी गयी है। अपनी और अपने परिवार की सेहत की हिफाजत को इस्लामी कर्तव्य करार दिया गया है इसलिए अपने आप को और अपने घरवालों को इस महामारी से बचाने के लिए वैक्सीनेशन का इंजेक्शन जरूर लगवायें। मैंने भी वैक्सीनेशन करवाया है। दुनिया भर में वैक्सीनेशन के जरिये ही से इस महामारी से आप को बचाया जा रहा है और जितने भी इस्लामी देश हैं वहां भी बड़ी संख्या में लोग वैक्सीन लगवा रहे हैं। इस सिलसिले में किसी भी शक में पड़ने की जरूरत नहीं है।

सद्का व खैरात करें

मौलाना ने कहा कि रोजे की हालत में भी वैक्सीनेशन कराया जा सकता है इससे रोजा नहीं टूटेगा इसलिए लोग इस तरफ ध्यान दें। दवा और सुरक्षा के उपायों को अपनाने के साथ साथ खुदा पाक के हुजूर में दुआ का विशेष एहतिमाम करें। हदीस शरीफ में बलाओं और मुसीबतों को दूर करने के लिए सद्का व खैरात करने के लिए भी कहा गया है इसलिए अपने को, अपने पड़ोसियों और अपने पूरे देश को इस महामारी से बचाने के लिए खूब सद्का व खैरात करें। मौलाना फरंगी महली ने इस महामारी के शिकार लोगों की जल्द शिफा और मुकम्मल सेहत के लिए दुआ की। उन्होंने मरहूमों के लिए मगफिरत और उनके खानदान के लोगों को सब्र व सुकून की दुआयें कीं।

सुन्नी सवाल जवाब

सवाल- अगर किसी को इनाम के तौर पर कुछ दिया मगर दिल में नियत है कि मैं जकात दे रहा हूं तो क्या जकात अदा हो जायेगी।

जवाब जी हां, जकात अदा हो जायेगी।

सवाल । अगर कोई नाबालिग लड़का रोजा रख कर या नमाज की नियत बांध कर तोड़ दें तो किया उसका दोहराना वाजिब है।

जवाब । नाबालिग अगर रोजा रख कर तोड़ दें तो कजा नहीं, लेकिन अगर नमाज तोड़ दें तो उसे लौटाने के लिए कहा जायेगा जबकि उस पर लाजिम नहीं है।

सवाल क्या कजा के रोजे में रात से ही नियत करनी जरूरी है या रमाजन की तरह सुबह होने के बाद भी नियत कर सकते हैं।

जवाब । कजा रोजे की नियत रात से ही करना जरूरी है। सुबह होने के बाद कजा की नियत की तो वह रोजा नफल शुमार होगा कजा का रोजा नहीं।

सवाल । शौहर के जिम्मे महर की रकम है, कई साल के बाद वह रकम मिली तो इस रकम की जकात का हिसाब पिछले साल से है या मिलने के दिन से है।

जवाब । इस रकम की जकात का हिसाब मिलने के बाद से है।

सवाल । किसी शख्स ने ईद के दिन सद्का फित्र अदा नहीं किया तो क्या उसके जिम्मे से सद्का फित्र हट जायेगा।

जवाब । जी नहीं, जितनी जल्दी हो अदा कर देना चाहिए।

शिया सवाल.जवाब

सवाल । शबे कद्र की क्या फजीलत है।

जवाब । शबे कद्र की फजीलत तक कोई नहीं पहुंच सकता है। यह रात हजार महीनों से अफजल है। लिहाजा इस रात की इबादत का सवाब हजार महीनों मे मिलने वाले से ज्यादा है।

सवाल । फितरा किस व्यक्ति पर अनिवार्य होगा।

जवाब । फितरा हर एक पर अनिवार्य है चाहे उसने रोजा रखा हो या रोजा ना रखा हो, फितरा दूध पीते बच्चे का भी देना चाहिए।

सवाल । अगर कोई रोजेदार किसी की जान बचाने के लिए नहर में कूदे और सिर डूब जाए तो क्या हुक्म है।

जवाब । रोजा टूट जाएगा मगर कफ्फारा वाजिब नहीं होगा।

सवाल । अगर कोई व्यक्ति छीनी हुई जमीन पर फर्श बिछाकर नमाज पढ़े तो नमाज सही होगी।

जवाब । अगर कोई व्यक्ति छीनी हुई जमीन पर चाहे वह अपना खरीदा हुआ फर्श बिछाकर नमाज पढ़े तो भी नमाज सही नहीं होगी।

सवाल । अगर किसी व्यक्ति की मृत्यु हो जाए तो उसकी पत्‍‌नी को बंटवारे में कितना हिस्सा मिलेगा।

जवाब । अगर मरने वाले के बच्चे नहीं है तो पूरी दौलत का चौथाई हिस्सा पत्‍‌नी का होगा, लेकिन अगर औलादें हैं तो पत्‍‌नी को आठवां हिस्सा मिलेगा।

फैमिली कोट

कोरोना के खात्मे के लिए दुआ करें

रमजान का पाक महीना शुरू हो चुका है। लोगों से अपील है कि अपने परिवार के साथ रोजा इफ्तार करके अल्लाह की बारगाह में देश और दुनिया से कोरोना नामक भयानक बीमारी के खात्मे के लिए दुआ करें। साथ ही कोरोना गाइडलाइन का सख्ती के साथ पालन करें।

। मो। फैजान अली

सुन्नी हेल्पलाइन

लोग अपने सवालात दोपहर 2 बजे से 4 बजे के दौरान इन नंबरों 9415023970 9335929670, 9415102947, 7007705774, 9140427677 और Email: ramzanhelpline.2005@gmail.com WWW.farangimahal

पर सवाल पूछ सकते है।

शिया हेल्पलाइन

महिलाओं के लिए हेल्पलाइन नंबर 6386897124 है जबकि शिया हेल्प लाइन के लिए सुबह 10.12 बजे तक 9415580936, 9839097407 नंबर पर संपर्क करें।