- सरोजनी नायडू पार्क की पार्किंग में बीएमडब्ल्यू, मसर्डीज बेंज और ऑडी जैसी दर्जनों कारें महीनों से खड़ीं थीं, नहीं की किसी ने दावेदारी

- एलडीए की संयुक्त सचिव और पुलिस का छापा, 90 से अधिक गाडि़यों की सूची पुलिस को सौंपी, कुछ के रिकॉर्ड नहीं

रुष्टयहृह्रङ्ख: एलडीए की संयुक्त सचिव ऋतु सुहास के छापेमारी में सरोजनी नायडू पार्क की भूमिगत पार्किंग में दर्जनों लग्जरी कारें लावारिस मिलीं। बीएमडब्ल्यू, ऑडी, मसर्डीज जैसी महंगी लग्जरी कारें जिनकी न तो कभी कोई पर्ची कटी और न ही कोई कार मालिक पास में दर्ज है। छापेमारी के दौरान पुलिस अधिकारी भी मौजूद रहे। एलडीए अफसरों ने 90 से अधिक गाडि़यों की सूची पुलिस को दी। बाद में बताया कि इनमें से कुछ ही गाडि़यां लावारिस हैं। बाकी पार्किंग के रिकॉर्ड में दर्ज हैं।

निरीक्षण के दौरान संदेह

कुछ समय पहले नायब तहसीलदार स्निग्धा चतुर्वेदी ने पार्किंग का निरीक्षण किया था तो कई कारों का कोई रिकॉर्ड न मिलने से उनको कुछ गड़बड़ी की आशंका हुई। इसकी रिपोर्ट उन्होंने संयुक्त सचिव ऋतु सुहास को दी। इसके बाद पुलिस के साथ सरोजनी नायडू पार्क की पार्किंग में छापेमारी की गई। इस दौरान कई लग्जरी कारें बाकायदा कवर में ढकी मिलीं। अंदाजा लगाया जा रहा था कि सुनियोजित तरीके से यहां कारें खड़ी की गई हैं। पुलिस अधिकारियों ने आशंका जताई कि संभवत: ये गाडि़यां किसी अपराध से जुड़ी या चोरी की भी हो सकती हैं। स्थानीय नंबरों के अतिरिक्त यहां हरियाणा नंबर की कारें मिलीं।

मिनी ट्रक और टैक्टर भी खड़े मिले

पार्किंग में मिनी ट्रक और ट्रैक्टर तक खड़े हुए हैं। इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि संदिग्ध वाहनों को यहां खड़ा करने का पूरा खेल चल रहा है। एलडीए के कर्मचारियों की भी साठगांठ हैं। फिलहाल सभी कर्मचारी अनभिज्ञता जता रहे हैं। छापे के दौरान नायब तहसीलदार स्निग्धा भी मौजूद रहीं। ऋतु सुहास ने बताया कि गाडि़यां कई माह से पार्किंग में खड़ी हैं। इनकी कोई जानकारी कर्मचारियों को नहीं है। सभी गाडि़यों की सूची उनके नंबरों के साथ एडीसीपी सेंटर चिरंजीवी नाथ सिंह को सौंप दी है।

ठेका खत्म, कर्मचारी देख रहे पार्किंग

इस पार्किग का एलडीए से ठेका समाप्त हो चुका है। कर्मचारी ही इस पार्किग की देखरेख कर रहे हैं। संयुक्त सचिव ऋतु सुहास ने बताया कि हम सभी कर्मचारियों से इस संबंध में उनका स्पष्टीकरण मांग रहे हैं।

पार्किंग में पहले भी पकड़ा गया था कार बाजार का खेल

करीब दो साल पहले तत्कालीन एसएसपी कलानिधि नैथानी की टीम ने इस पार्किंग में कार बाजार संचालन का खेल पकड़ा था। यहां तब सौ गाडि़यां बरामद की थीं, मगर तब उन गाडि़यों का रिकॉर्ड ठेकेदार के पास था। इस बार मिली गाडि़यों का कोई भी रिकॉर्ड नहीं है।