लखनऊ (ब्यूरो)। नगर निगम की ओर से नालों की सफाई जरूर कराई जा रही है लेकिन एक हकीकत यह भी है कि नालों की सफाई को लेकर फिलहाल कोई भी मॉनीटरिंग सिस्टम नहीं है। जिससे नाला सफाई में गड़बड़ी की जाती है। हाल में ही तीन बड़े नालों की सफाई तो हुई लेकिन प्रॉपर मॉनीटरिंग सिस्टम न होने की वजह से नालों की सफाई में जमकर गड़बड़ी देखने को मिली। जिसके बाद निगम प्रशासन ने तीनों नालों की दोबारा सफाई कराए जाने का निर्णय लिया गया है।

कई बार दावे किए गए

निगम प्रशासन की ओर से नाला सफाई के दौरान मॉनीटरिंग सिस्टम डेवलप करने के कई बार दावे किए गए लेकिन इस दिशा में कोई बड़ा प्रयास होता नजर नहीं आया। यह भी कहा गया था कि अगर किसी क्षेत्र की जनता को लगता है कि उनके यहां प्रॉपर नाले की सफाई नहीं हुई है तो इसकी जानकारी दें। हालांकि अभी इस दिशा में कोई हेल्पलाइन नंबर या शिकायत सेल स्थापित नहीं की जा सकी है।

वीडियो रिकॉर्डिंग तक नहीं

निगम प्रशासन की ओर से यह भी फैसला लिया गया था कि नाला सफाई के दौरान प्रॉपर वीडियो रिकॉर्डिंग कराई जाएगी। 10 फीसदी नालों को छोड़ दें तो कहीं भी नालों की सफाई के दौरान प्रॉपर वीडियो रिकॉर्डिंग नहीं कराई जा रही है। हाल में ही हैदर कैनाल नाला और सरकटा नाला सफाई कराए जाने का दावा किया गया था। जिसके बाद मेयर ने मौके पर जाकर नाला सफाई की स्थिति देखी थी। इस दौरान उन्हें नाला सफाई में खामियां मिली थीं। इसके बाद दोनों नालों की फिर से सफाई कराए जाने के निर्देश दिए गए थे। इसी तरह रामनगर कॉलोनी स्थित नाले में लकड़ी डालकर सिल्ट की स्थिति पता लगाई गई थी, जिसमें एक से दो फिट सिल्ट मिली थी।

मझोले नालों पर पूरा फोकस नहीं

बड़े नालों की तो किसी तरह सफाई करा दी जाती है लेकिन मझोले नालों की तरफ किसी का ध्यान नहीं जाता है। इसी तरह छोटे नालों को भी पूरी तरह से साफ नहीं किया जाता है। जब बारिश होती है तो यही मझोले और छोटे नाले जलभराव की समस्या को जन्म देते हैैं।

जोनवार नाला सफाई की स्थिति

नगर निगम के आठ जोन मिलाकर कुल 88 बड़े नाले हैैं। अभी तक की बात की जाए तो जोनवार बड़े नालों की सफाई कुछ इस प्रकार है।

जोन नाला सफाई

1 11

2 2

3 12

4 7

5 6

6 13

7 8

8 7