- फॉरेंसिक टीम व विभूतिखंड पुलिस ने घटना स्थल पर किया रि-क्रिएशन

- दरोगा को धक्का देने के बाद कितने कदम दूर तक भागा था गिरधारी, वीडियो रिकार्डिग भी की गई

द्यह्वष्द्मठ्ठश्र2@द्बठ्ठद्ग3ह्ल.ष्श्र.द्बठ्ठ

रुष्टयहृह्रङ्ख : अजीत मर्डर केस के आरोपी गिरधारी एनकाउंटर मामले में शनिवार दोपहर राजधानी पुलिस ने घटना का नाट्य रूपांतरण किया। इस दौरान फॉरेंसिक टीम मौजूद रही। घटना के रि-क्रिएशन की वीडियोग्राफी भी की गई। रि- क्रिएशन के दौरान दिखाया गया कि विभूतिखंड पुलिस गिरधारी को लेकर असलहा बरामदगी के लिए जा रही थी। इसी दौरान उसने पास में बैठे दारोगा की सर्विस पिस्टल छीन ली थी और उन्हें धक्का देकर गाड़ी से नीचे गिरा दिया था।

हर बिंदु पर फॉरेंसिक टीम ने की जांच

विभूतिखंड पुलिस के अनुसार गिरधारी ने पुलिसकर्मियों पर फायरिंग शुरू कर दी थी। अंधेरे का फायदा उठाकर गिरधारी झाडि़यों में भागने लगा था। जीप से उतरने के बाद गिरधारी धक्का देकर कितनी दूरी तक फायरिंग करते हुए भागा इसकी भी फॉरेंसिक टीम ने पड़ताल व नपाई की। पुलिस टीम ने उसे रोकने की कोशिश की, लेकिन वह लगातार फायरिंग कर रहा था। जवाबी कार्रवाई में पुलिस की गोली से गिरधारी घायल हो गया था। फॉरेंसिक टीम ने एनकाउंटर के दौरान पुलिस टीम व गिरधारी के बीच कितने राउंड फायरिंग हुई और किस दिशा में गोली चली इसकी भी जांच की।

परिजनों ने पुलिस टीम पर केस दर्ज करने की मांग की थी

15 फरवरी को तड़के पुलिस मुठभेड़ में गिरधारी की मौत हो गई थी। मुठभेड़ के बाद कई सवाल उठ रहे थे। गिरधारी के परिवारजन ने न्यायालय में अर्जी देकर मुठभेड़ में शामिल पुलिसकर्मियों पर मुकदमा दर्ज करने की मांग की थी। इस पर न्यायालय ने हजरतगंज कोतवाली में इंस्पेक्टर विभूतिखंड और डीसीपी पूर्वी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया था। हालांकि पुलिस ने इस आदेश के खिलाफ उच्च न्यायालय में अर्जी दी थी। कोर्ट ने मुकदमा दर्ज करने के आदेश पर रोक लगा दी थी।

आखिर कौन है गिरधारी उर्फ डॉक्टर

वाराणसी के चोलापुर थाने के लखनपुर का मूल निवासी गिरधारी विश्वकर्मा उर्फ कन्हैया उर्फ डॉक्टर वर्ष 2001 से अपराध जगत में सक्रिय था। मऊ के ब्लॉक प्रमुख के प्रतिनिधि व आजमगढ़ के पूर्व विधायक सीपू सिंह मर्डर केस के गवाह अजीत सिंह के हत्या मामले में इनामी शूटर गिरधारी को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया था। यूपी पुलिस ने गिरधारी को 13 फरवरी की सुबह 11 बजे तीन दिन की रिमांड पर लिया था। गिरधारी ने 15 फरवरी तड़के तीन बजे हत्या में यूज पिस्टल को बरामद कराने के लिए ले जाते समय पुलिस अभिरक्षा से पिस्टल छीन कर फरार होने का प्रयास किया था और मुठभेड़ में वह मारा गया था।

23 से ज्यादा मुकदमे दर्ज थे

गिरधारी उर्फ डॉक्टर पर वाराणसी, आजमगढ़, जौनपुर, बनारस, मुंबई में कुल 23 अपराधिक मुकदमे दर्ज थे। 2001 में वाराणसी में लूट का आरोप था। वर्ष 2005 में जौनपुर के केराकत क्षेत्र में हुए एक हत्या मामले का आरोपी था। वर्ष 2008 में मऊ के घोषी में नंदू सिंह की हत्या का आरोपी था। वर्ष 2010 में मऊ में सुनील सिंह की हत्या का आरोपी था। वर्ष 2011 आजमगढ़ के जीयनपुर में डमरू सिंह की हत्या का आरोपी था। वर्ष 2013 बीएसपी विधायक सर्वेश सिंह उर्फ सीपू की हत्या का आरोपी वाराणसी में 30 दिसंबर 2019 में शिवपुर सदर तहसील क्षेत्र में नितेश सिंह उर्फ बबलू की हत्या का आरोपी था। विभूतिखंड में 6 जनवरी 2021 में अजीत सिंह की हत्या का आरोपी था।